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नस्लवाद के आरोपों से खिन्न जर्मनी के स्टार फुटबॉलर मेसुत ओजिल ने लिया संन्यास

जर्मनी के स्टार फुटबॉलर मेसुत ओजिल ने नस्लवादी टिप्पणियों से नाराज हो कर अपने संन्यास की घोषणा कर दी है। ओजिल की तुर्की राष्ट्रपति के साथ ली गई तस्वीर विवादों में थी।

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नस्लवाद के आरोपों से खिन्न जर्मनी के स्टार फुटबॉलर मेसुत ओजिल ने लिया संन्यास

नई दिल्ली। 2014 फीफा विश्व कप में जर्मनी को चैंपियन बनाने में बड़ी भूमिका निभाने वाले स्टार फुटबॉलर मेुसत ओजिल ने संन्यास की घोषणा कर दी है। ओजिल जर्मनी फुटबॉल अधिकारियों के व्यवहार से नाराज थे। ओजिल ने 2018 विश्व कप के लिए जर्मनी टीम के ऐलान से एक दिन पहले तुर्की के राष्ट्रपित रजब तैयब एर्डोगन के साथ तस्वीर खिचवाई थी। जिसकी जर्मनी में काफी आलोचना हुई। जब फीफा विश्व कप 2018 से जर्मनी की टीम बाहर हो गई तब ओजिल के प्रति जर्मनीवासियों ने बुरा व्यवहार किया था। उनके परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी गई। सोशल मीडिया पर ओजिल को गाली दी गई। वे इस व्यवहार से काफी नाराज थे।

तुर्की मूल के हैं ओजिल-

बता दें कि मेसुत ओजिल तुर्की मूल के है। उन्होंने जर्मनी की ओर से कई यादगार गोल किए है। वो पांच बार नेशनल प्लेयर ऑफ द ईयर का खिताब भी जीत चुके है। लेकिन उनकी इन उपलब्धियों के बाद भी उन्हें अपने ही देश में जिस तरह का व्यवहार मिला उससे उन्होंने संन्यास लेने का ऐलान कर दिया। 29 वर्षीय ओजिल ने ट्विटर के जरिए अपने इस फैसले की घोषणा की।

संन्यास की घोषणा करते हुए ओजिल ने कहा-

आर्सेनल क्लब के स्टार ओजिल ने कहा कि हाल ही के मामलों को देखते हुए मैं बेहद ही दुख के साथ और काफी सोच विचार के बाद अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल से संन्यास की घोषणा कर रहा हूं। मुझे नस्लवाद और अपमान महसूस हुआ है। ओजिल ने कहा कि मैं जर्मनी की राष्ट्रीय टीम की जर्सी बड़े सम्मान और उत्साह के साथ पहना करता था, लेकिन अब नहीं पहन पाऊंगा।

अधिकारियों के व्यवहार पर जताई निराशा-

उन्होंने कहा, "यह फैसला कर पाना मेरे लिए बेहद मुश्किल था, क्योंकि मैंने अपनी टीम के साथी खिलाड़ियों, कोचिंग स्टॉफ और जर्मनी के अच्छे लोगों के लिए हर संभव प्रयास किया है। हालांकि, जब जर्मनी फुटबाल महासंघ के उच्च स्तरीय अधिकारी मेरे साथ ऐसा व्यवहार करेंगे, जैसे उन्होंने किया है। मेरे तुर्की मूल के होने का अपमान करेंगे और राजनीतिक दायरे में मुझे खीचेंगे। यह अब बहुत हो गया।

जर्मनी में 3.5 करोड़ लोग है तुर्की मूल के-

तुर्की के राष्ट्रपति के साथ खींची गई इस फोटो के बाद ओजिल को काफी आलोचनाएं सहनी पड़ी हैं। उनका कहना है कि राष्ट्रपति के साथ खींची गई फोटो का राजनीति या चुनावों से कोई लेना-देना नहीं है। यह उनके परिवार के देश के उच्चतम कार्यालय के सम्मान की बात है। ओजिल को जर्मनी में एकीकरण का प्रतीक माना जा रहा है, जहां तुर्की मूल के लोगों का सबसे बड़ा अप्रवासी समुदाय है। इसमें जिसमें 3.5 करोड़ की आबादी है। इनमें से आधे तुर्की में वोट देने का अधिकार रखते हैं।