5 पाउंड प्रति रिव्यू
ब्रिटेन के एक कंज्यूमर ग्रुप विच का कहना है कि अमेजन पर बिकने वाले प्रोडक्ट्स के लिए कई वेबसाइट फर्जी रिव्यू बेच रही हैं। बीबीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विच को मिली जानकारी के आधार इन नकली रिव्यू की कीमत 5 पाउंड प्रति रिव्यू होती है। बल्कि कुछ वेबसाइट तो थोक में फर्जी रिव्यू बेचती हैं। इतना ही नहीं रिसर्च में यह भी पता चला है कि ये वेबसाइट नकली रिव्यू के बदले लोगों को फ्री में प्रोडक्ट देने का वादा भी करती हैं।
ब्रिटेन के एक कंज्यूमर ग्रुप विच का कहना है कि अमेजन पर बिकने वाले प्रोडक्ट्स के लिए कई वेबसाइट फर्जी रिव्यू बेच रही हैं। बीबीसी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि विच को मिली जानकारी के आधार इन नकली रिव्यू की कीमत 5 पाउंड प्रति रिव्यू होती है। बल्कि कुछ वेबसाइट तो थोक में फर्जी रिव्यू बेचती हैं। इतना ही नहीं रिसर्च में यह भी पता चला है कि ये वेबसाइट नकली रिव्यू के बदले लोगों को फ्री में प्रोडक्ट देने का वादा भी करती हैं।
थोक में रिव्यू खरीदने के पैकेज
वहीं इस मामले में अमेजन के प्रवक्ता का कहना है कि हम नकली रिव्यू को हटाते रहते हैं और ऐसे काम में लगे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी करते हैं। वहीं कंज्यूमर ग्रुप विच द्वारा की गई रिसर्च के अनुसार, विक्रेता इन नकली रिव्यू को 15 पाउंड में खरीद सकते हैं, जबकि थोक में रिव्यू खरीदने के पैकेज 620 (50 रिव्यू) पाउंड से शुरू होते हैं, जो कि 8,000 पाउंड (1,000 रिव्यू) तक जा सकते हैं।
वहीं इस मामले में अमेजन के प्रवक्ता का कहना है कि हम नकली रिव्यू को हटाते रहते हैं और ऐसे काम में लगे लोगों के खिलाफ कार्रवाई भी करते हैं। वहीं कंज्यूमर ग्रुप विच द्वारा की गई रिसर्च के अनुसार, विक्रेता इन नकली रिव्यू को 15 पाउंड में खरीद सकते हैं, जबकि थोक में रिव्यू खरीदने के पैकेज 620 (50 रिव्यू) पाउंड से शुरू होते हैं, जो कि 8,000 पाउंड (1,000 रिव्यू) तक जा सकते हैं।
पहले भी सामने आ चूके ऐसे मामले
बता दें कि पिछले साल भी इस तरह क फर्जी रिव्यू का मामला सामने आया था। उन रिपोर्ट्स में बताया गया था कि कुछ चीनी कंपनियां पैसे देकर अपने सामानों का फर्जी रिव्यू Amazon पर करा रही थीं। एक रिव्यू करने वाले व्यक्ति ने तो करीब तीन महीने में ही फर्जी रिव्यू करके कम से कम 19 लाख रुपये कमा लिए थे। रिपोर्ट में बताया गया था कि टॉप रिव्यूअर्स पैसे लेकर Amazon पर 5 स्टार रेटिंग दे रहे थे। पहले वे प्रोडक्ट खरीदते थे और फिर अमेजन पर 5 स्टार रेटिंग देते थे। बाद में उन्हें कंपनियों की ओर से पैसे रिफंड कर दिए जाते थे, कई बार साथ में उन्हें अन्य तोहफे भी मिलते थे।
बता दें कि पिछले साल भी इस तरह क फर्जी रिव्यू का मामला सामने आया था। उन रिपोर्ट्स में बताया गया था कि कुछ चीनी कंपनियां पैसे देकर अपने सामानों का फर्जी रिव्यू Amazon पर करा रही थीं। एक रिव्यू करने वाले व्यक्ति ने तो करीब तीन महीने में ही फर्जी रिव्यू करके कम से कम 19 लाख रुपये कमा लिए थे। रिपोर्ट में बताया गया था कि टॉप रिव्यूअर्स पैसे लेकर Amazon पर 5 स्टार रेटिंग दे रहे थे। पहले वे प्रोडक्ट खरीदते थे और फिर अमेजन पर 5 स्टार रेटिंग देते थे। बाद में उन्हें कंपनियों की ओर से पैसे रिफंड कर दिए जाते थे, कई बार साथ में उन्हें अन्य तोहफे भी मिलते थे।