प्रसाद का कहना है कि इससे टावरों का फाइबराइजेशन 30 प्रतिशत से बढ़कर 70 प्रतिशत तक हो जाएगा। साथ ही दावा किया है कि आने वाले दिनों में गति को बढ़ाकर 50 एमबीपीएस तक पहुंचाएंगे। रविशंकर प्रसाद ने आगे इस पर चर्चा करते हुए कहा कि इस मिशन के जरिए शिक्षा, स्वास्थ्य, उद्यमिता और विकास के क्षेत्र में मजबूती मिलेगी और सभी राज्यों को इस मिशन में पूरा सहयोग देने को कहा, जिससे की प्रौद्योगिकी के लाभ को लोगों तक पहुंचाया जा सके। इसमें 70,000 करोड़ रुपये यूनिवर्सल सर्विस आब्लिगेशन फंड (यूएसओएफ) से उपलब्ध कराया जाएगा।
रविशंकर प्रसाद ने कहा कि ब्रॉडबैंड और डिजिटल इंडिया के महत्व को समझ सकते है, क्योंकि इसी की वजह से ‘आधार’ और ‘यूपीआइ’ का देश में विकास हुआ जिनकी चर्चा दुनियाभर में आज की जा रही है। साथ ही उन्होंने कहा कि आज देशभर आज देश में 25 हजार से ज्यादा स्टार्टअप कार्य कर रहे हैं और यही वजह है कि आज आईआईटी करके लोग नौकरी करने की जगह अपना नैकरी देने की बात कर रहे हैं। प्रसाद ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि देश के एक लाख गांवों को डिजिटल विलेज में बनाना।