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भारत में 2,3 या 5 अंक से क्यों शुरू नहीं होते हैं मोबाइल नंबर, जानिए इसके पीछे की वजह

भारत में ज्यादातर मोबाइल नंबर 9 या 8 अंक से शुरू होते हैं। लेकिन आपने कभी ये सोचा है कि 2,3 या 1 अंक से मोबाइल नंबर क्यों शुरू नहीं होते हैं। तो इसका जवाब आपको यहां मिलेगा।

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मोबाइल ने हमारी जिन्दगी में अहम जगह बना ली है। हम इस डिवाइस के बिना किसी काम को करने की सोच भी नहीं सकते हैं। जाहिर है आपके पास भी मोबाइल होगा और आपका मोबाइल नंबर 9, 8 या 7 से शुरू होता होगा। आपके मन में भी कभी न कभी यह सवाल जरूर उठा होगा कि मोबाइल नंबर 2, 1 या 5 अंक से क्यों शुरू नहीं होता है तो इसका जवाब आपको यहां मिलेगा। हम आपको इस खबर में विस्तार से बताएंगे कि भारत में मोबाइल नंबर 2, 1 या 5 अंक से क्यों शुरू नहीं होते हैं।

1 से क्यों शुरू नहीं होते हैं मोबाइल नंबर:

1 अंक से शुरू होने वाले नंबर सरकारी सेवाओं के होते हैं। इनमें पुलिस और एम्बुलेंस के नंबर शामिल हैं। यही वजह है कि भारत में 1 अंक से मोबाइल नंबर शुरू नहीं होते हैं।

0 से क्यों नहीं होता मोबाइल नंबर शुरू:

0 अंक का इस्तेमाल एसटीडी कोड के तौर पर किया जाता है। इसलिए इस अंक से मोबाइल नंबर शुरू नहीं होते हैं।

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2, 3, 4 और 5 से क्यों शुरू नहीं होते हैं मोबाइल नंबर:

2, 3, 4 और 5 अंक से शुरू होने वाले अंक का इस्तेमाल लैंडलाइन के लिए इस्तेमाल किया जाता है। यही वजह है कि मोबाइल नंबर इन अंक से शुरू नहीं होते हैं। इन अंक का इस्तेमाल मोबाइल नंबर के तौर पर नहीं किया जा सकता है।

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आपको बता दें कि TRAI ने साल 2020 में यूनिफाइड नंबरिंग प्लान पेश किया था। इसके तहत सभी टेलीकॉम कंपनियों को 11 अंक का मोबाइल नंबर करने का सुझाव दिया गया। ट्राई का मानना था कि इससे यूजर्स को ज्यादा नंबर्स के ऑप्शन मिलेंगे। इसके अलावा लैंडलाइन और डोंगल के नंबर में भी बदलाव करने का सुझाव दिया गया था।