
saavan 2023 :छत्तीसगढ़ में माता सीता ने रेत से किया था इस मंदिर का निर्माण, सावन में लगता है मेला, पूरी होती है हर मन्नत
राजिम. त्रिवेणी संगम में स्थित कुलेश्वर नाथ महादेव मंदिर में सावन के तीसरे सोमवार को शिव भक्तों को जनसैलाब उमड़ पड़ा। शिवभक्ति में लीन प्रदेश भर से श्रद्धालु सुबह 4 बजे से ही बोलबम के जयकारे लगाते हुए महादेव के दर्शन को पहुंच गए। महिलाओं ने भगवान की आरती की और जलाभिषेक कर सुख-समृद्धि की कामना की। मंदिर परिसर महामृत्युंजय मंत्रों के उच्चारण से गूंज उठा।
सीता माता ने की थी भगवान शिव की अराधना
श्री राम ने वनवास के समय छत्तीसगढ़ के कई स्थानों में रहे। शबरी के झूठे बेर भी यहीं खाए और दंडकारण्य में कई राक्षसों का वध भी किया। वनवास के दौरान राम ने कुछ समय इस स्थान पर भी बिताया था। इसी दौरान यहां माता सीता ने भगवान शिव की आराधना की थी।सोंढूर, पैरी और महानदी के संगम के बीचों बिच भगवान की मूर्ति का निर्माण किया था। तब से इसे पंचमुखी कुलेश्वर महादेव के नाम से जाना जाता है।
अतभुत है गर्भगृह
मंदिर का गर्भगृह अतभुत है। मूर्ति के नीचे वेदी पर मां पार्वती विद्यमान है। महामंडप में अनेक देवी दवताओं की मूर्तियां स्थापित है। नदियों के तट पर नाथ महादेव और भूतेश्वर नाथ महादेव विद्यमान हैं। ये मूर्तियां मंदिर परिसर के दृश्य को दुर्लभ बनतीं हैं और श्रद्धा भाव को जन्म देती है।
Updated on:
24 Jul 2023 02:02 pm
Published on:
24 Jul 2023 01:51 pm
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