
18 साल पुरानी दुश्मनी का खूनी अंत | Photo Video Grab
Ghaziabad Murder News: गाजियाबाद के मुरादनगर क्षेत्र में शनिवार दोपहर उस समय सनसनी फैल गई, जब ओलंपिक तिराहे पर एक 17 वर्षीय नाबालिग ने जमानत पर बाहर चल रहे सजायाफ्ता कैदी इमरान की गोली मारकर हत्या कर दी। वारदात के वक्त इमरान साइकिल रिपेयर की एक दुकान पर बैठे हुए थे। तभी बाइक सवार युवक मौके पर पहुंचा, कनपटी पर पिस्टल सटाई और बेहद नजदीक से गोली मार दी। गोली लगते ही इमरान मौके पर ही लहूलुहान होकर गिर पड़े।
दिनदहाड़े गोली चलने की आवाज सुनते ही पूरे बाजार में अफरा-तफरी मच गई। दुकानदार और राहगीर अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाते हुए घायल इमरान को तत्काल नजदीकी अस्पताल पहुंचाया, जहां से हालत गंभीर देखते हुए उन्हें गाजियाबाद रेफर कर दिया गया। गाजियाबाद के अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
पुलिस जांच में सामने आया है कि यह हत्या अचानक नहीं बल्कि 18 साल पुराने एक मामले से जुड़ी हुई थी। आरोपी नाबालिग ने बताया कि वर्ष 2007 में उसके ताऊ अखलाक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उस समय आरोपी का जन्म भी नहीं हुआ था। बाद में परिजनों से ताऊ की हत्या की कहानी सुन-सुनकर उसके मन में गुस्सा और बदले की भावना पनपती गई।
आरोपी ने पुलिस को बताया कि उसने करीब तीन साल पहले ही बदला लेने का फैसला कर लिया था। इसके बाद से वह लगातार इमरान की गतिविधियों पर नजर रख रहा था। आरोपी के अनुसार, शनिवार को उसे जानकारी मिली कि इमरान ओलंपिक तिराहे पर दुकान पर बैठे हैं, जिसके बाद वह बाइक लेकर वहां पहुंचा और वारदात को अंजाम दे दिया।
वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार नहीं हुआ, बल्कि सीधे बाइक से मुरादनगर थाने पहुंच गया। थाने पहुंचकर उसने पुलिसकर्मियों से कहा कि उसने अपने ताऊ की हत्या का बदला ले लिया है और इमरान की गोली मारकर हत्या कर दी है। आरोपी की यह बात सुनते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया और तत्काल पुलिस टीम को घटनास्थल पर भेजा गया।
पुलिस के अनुसार हत्या करने वाला आरोपी 17 वर्ष का है और कक्षा 11 में पढ़ता है। चूंकि आरोपी नाबालिग है, इसलिए उससे जुड़े कानूनी पहलुओं पर विशेष सावधानी बरती जा रही है। उसे फिलहाल हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है और किशोर न्याय अधिनियम के तहत आगे की कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, 13 दिसंबर 2007 को अखलाक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में इमरान समेत कई लोगों को गिरफ्तार किया गया था। कोर्ट ने इमरान को हत्या का दोषी मानते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। वर्तमान समय में वह जमानत पर बाहर चल रहा था और दूध सप्लाई का काम कर रहा था।
इमरान की हत्या की खबर मिलते ही उनके परिवार में कोहराम मच गया। इमरान अपनी पत्नी, तीन बेटियों और एक बेटे के साथ कच्ची सराय कॉलोनी में रहते थे। घटना के बाद इलाके में तनाव का माहौल है, जिसे देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। पुलिस का कहना है कि मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है।
Published on:
21 Dec 2025 11:40 am
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