यह भी देखें: जानिए मुरादनगर हादसे में अब तक पुलिस की कार्रवाई प्रधान आयकर आयुक्त जयंत मिश्र ने बताया कि 15 अगस्त को जो फेसलेस स्कीम लागू हुई है। यह सब ऑनलाइन सिस्टम बनाया गया है, ताकि इसमें पूरी पारदर्शिता रह सके। इसके तहत कई टीम गठित की गई हैं। जिनके द्वारा करदाताओं का विस्तार से आकलन किया जा सकेगा। सबसे बड़ी बात यह है कि इस स्कीम के तहत कागज और समय की बचत होगी। साथ ही इसमें पूरी तरह पारदर्शिता रहेगी। पहले अधिकारियों पर भी कई तरह के आरोप लग जाते थे, वह भी नहीं लग पाएंगे और अब करदाता अपनी आय को भी नहीं छुपा पाएंगे। क्योंकि हर करदाता का पूरा डाटा अब आयकर विभाग के पास होगा।
उन्होंने बताया कि पहले जांच करने वालों में एक ही अधिकारी होता था, लेकिन अब अलग-अलग स्तर से कई टीम गहनता से जांच करेंगी। यानी जो लोग अपनी आय को छुपाते हैं या आयकर जमा नहीं करते या आय को छुपाकर कम कर जमा करते हैं तो ऐसे लोगों का जांच होने के बाद आसानी से पता लगाया जा सकता है। क्योंकि कई यूनिट इस मामले में कार्य करेंगी। इन सब पूरे मामलों की जांच ज्वाइंट कमिश्नर लेवल पर भी की जाएगी और इसमें दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा। खासतौर से अपनी आय छुपाने वाले लोगों के खिलाफ अब शिकंजा कसा जाएगा। इसलिए सभी को एक अवसर भी दिया जा रहा है, ताकि सभी ऐसे लोग अपनी आय के बारे में विभाग को जानकारी दे सकें और सही तरह से अपना कर जमा करा सकें।