दरअसल, विनय शर्मा गाजियाबाद के प्रताप विहार इलाके के J-63 में अपने दो बच्चे और पत्नी के साथ रहते हैं। विनय शर्मा दिल्ली सरकार के एंबुलेंस विभाग में कार्यरत हैं। कुछ साल पहले विनय शर्मा कैंसर की बीमारी से पीड़ित हो गए थे। जिसका उपचार आज भी एम्स में चल रहा है। लेकिन विनय शर्मा लगातार अपनी ड्यूटी पर जा रहे थे। इस पूरे मामले में विनय शर्मा ने बताया कि वह केंद्र सरकार द्वारा बनाए गए एंबुलेंस विभाग में एंबुलेंस ऑफिसर के पद पर नौकरी करते हैं और अपनी पत्नी एक 22 वर्षीय बेटी और 15 साल के बेटे के साथ पिछले काफी समय से प्रताप विहार इलाके में ही यह 63 में रहते हैं। उनके विभाग में कुल 80 लोग कार्यरत हैं। उनमें से कुछ लोगों को अचानक ही बुखार आया था। जिसके बाद 29 अप्रैल को 40 स्टाफ की जांच के लिए सैंपल भेजे गए थे। जिनमें से 20 लोगों का एक बार में टेस्ट हुआ। जबकि 20 का दूसरी शिफ्ट में हुआ। जिसकी रिपोर्ट 1 मई को आई।
रिपोर्ट में पता चला कि 5 एंबुलेंस के ड्राइवर और 13 अन्य कर्मचारी व ऑफिसर भी कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। जिसमें विनय शर्मा भी शामिल थे। बहरहाल विनय शर्मा के द्वारा खुद ही गाजियाबाद के स्वास्थ्य विभाग की टीम को फोन कर अवगत कराया गया कि वह कोविड-19 संक्रमित हैं। जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम उन्हें उपचार के लिए ले गई और उनकी पत्नी एवं दो बच्चों को दूसरे स्थान पर क्वॉरेंटाइन किया गया। साथ ही उनके घर और गली को भी सील कर दिया गया।
पूरा इलाज कराने के बाद स्वास्थ्य विभाग द्वारा उनके दो टेस्ट कराए गए। जिसमें उनकी रिपोर्ट नेगेटिव आई और उन्हें डिस्चार्ज कर घर भेज दिया गया। जैसे ही वह घर पहुंचे तो स्थानीय लोगों के द्वारा उनका पुष्प वर्षा कर जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने बताया कि इंसान के अंदर हौसला बरकरार रहना चाहिए। उन्होंने भी यही किया अपना हौसला बना कर रखा और चिकित्सकों के बताए अनुसार खानपान और दवाई पर ध्यान दिया। जिसका नतीजा यह निकला है ।कि उन्होंने खुद कैंसर पीड़ित होते हुए भी कोविड-19 को हराया है। हालांकि विनय शर्मा ने बताया कि कुछ दिन बाद उनकी पत्नी और बच्चों की भी जांच की गई तो उनकी पत्नी भी कोविड-19 संक्रमित पाई गई। लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी को भी हौसला बनाकर रखने की बात कही। आखिरकार उनकी पत्नी भी इलाज के बाद कोरोना को हरा चुकी हैं और अब पूरा परिवार घर पर ही मौजूद है।