
गाजियाबाद। कोरोना वायरस के मद्देनजर यूपी सरकार ने इस वर्ष कांवड़ यात्रा स्थिगित करने का फैसला किया है। वहीं श्रावण मास में कांवड़ यात्रा को लेकर अब मांग उठऩे लगी है। इस बाबत यूपी सरकार को पत्र लिखकर मांग की गई है कि कांवड़ यात्रियों के लिए एक कंट्रोल रूम की स्थापना की जाए। इसके साथ ही कांवड़ियों के क्वारंटाइन का खर्चा भी सरकार द्वारा वहन करने का अनुरोध किया गया है।
दरअसल, उत्तराखंड सरकार ने दूसरे राज्यों से जल लेने आने वाले कांवड़ यात्रियों के लिए उनके प्रदेशों से परमिशन लाने का नियम बनाया है। इस बाबत शंकराचार्य परिषद ने योगी सरकार को पत्र लिखकर मांग की है कि जल्द से जल्द उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा कांवड़ यात्रियों के लिए एक कंट्रोल रूम की स्थापना कर रजिस्ट्रेशन खोल दिए जाएं।
इसके साथ ही उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रियों को 14 दिन क्वॉरेंटाइन में रखने और यात्रियों से उसका शुल्क लेने का जो नियम बनाया है, उसका खर्चा भी उत्तर प्रदेश सरकार वहन करें। साथ ही और यात्रा में पढ़ने वाले जिलों की सीमा और उत्तर प्रदेश उत्तराखंड बॉर्डर पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था भी करने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा एवं शिक्षकों द्वारा सामाजिक संगठनों की मदद लेनी चाहिए।
Updated on:
08 Jul 2020 05:51 pm
Published on:
08 Jul 2020 05:50 pm
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