
गाजियाबाद। जिले में युवाओं को नशे की लत से दूर करने के उद्देश्य से गाजियाबाद के जिलाधिकारी ने डैनी यानी जिला नशा नाश योजना की शुरुआत की है। जिसके जरिए जिले में सभी इलाकों की पुलिस को भी इसमें शामिल किया गया है। इसके अलावा जो लोग नशा छोड़कर सही दिशा की तरफ आए हैं। उनके जरिए जगह-जगह युवाओं की काउंसलिंग कराए जाने की योजना है और हर हाल में युवाओं को नशे से दूर रहने के लिए प्रेरित किए जाने पर कार्य किया जाएगा। इसकी शुरुआत जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे द्वारा शनिवार से कर दी गई है।
रेलवे स्टेशन के आसपास भी शुरू हुई ड्राइव
गाजियाबाद में खासतौर से रेलवे स्टेशन के आसपास और अन्य कुछ इलाकों में नाबालिक बच्चे भी नशे की लत के शिकार दिखाई दिए। हाल में ही कोतवाली पुलिस द्वारा भी एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया गया था, जो छोटे बच्चों को या युवाओं को नशे की लत में धकेलने का कार्य करता था। उसके कब्जे से पुलिस ने 630 से अधिक नशे की गोलियां भी बरामद की थी ।जिसके बाद से गाजियाबाद के जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे द्वारा इस बात को गंभीरता से लिया गया और युवाओं को नशे की लत से दूर किए जाने के उद्देश्य से जिला नशा नाश योजना (डैनी) शुरू की गई है।
डीएम ने शुरू कराया डैनी अभियान
जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने बताया कि युवाओं के नशे की लत में पड़ जाना बेहद गंभीर मामला है। जिसके लिए डैनी यानी नशा नाश योजना शुरू की गई है। कानून व्यवस्था और मासिक बैठक में भी इस एजेंडे को शामिल कर समीक्षा की जाएगी। खासतौर से नाबालिक बच्चों को नशे जैसी कोई भी दवाई ना दें। इसके लिए स्थानीय पुलिस को भी लगाया जाएगा और बीच-बीच में युवाओं की काउंसलिंग भी कराई जाएगी। इसके अलावा जो बच्चे नशे की लत में पड़े हुए हैं। उन्हें बाकायदा उनका इलाज कराया जाएगा। इसके लिए एक शेल्टर होम बनाकर उनकी लगातार काउंसलिंग की जाएगी।
Published on:
15 Dec 2019 02:55 pm
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