
गाजियाबाद। एनसीआर के महानगर गाजियाबाद में मेट्रो के रेड लाइन रूट के लिए लोगों को चंद महीनों का और इंतजार करना होगा। जून में शुरू होने वाले ट्रायल रन को अब सितम्बर तक के लिए टाल दिया गया है। ऐसे में जापानी गुडिया के गृह प्रवेश की बारी सितंबर माह के बाद ही पूरी हो सकी है। डीएमआरसी ने लिखित रूप में स्वीकार किया है कि जून में मेट्रो चलाना संभव नही हो पाएगा। अगला लक्ष्य सिंतबर 2018 रखा गया है। दरअसल केन्द्र द्वारा डीपीआर को मंजूरी ना देने की वजह से प्रोजेक्ट में देरी हो रही है।
चौथी बार खिसकी तारीख
इस रूट पर मेट्रो संचालन शुरू होने की तारीख चौथी बार आगे खिसकी है। सबसे पहले दिसंबर 2017 का समय तय किया गया था जिसे बाद में बढाकर मार्च 2018 कर दिया गया। इसके बाद फिर से जीडीए ने जून 2018 में इस रूट पर मेट्रो संचालन शुरू हो जाने का दावा किया था। अब जून से बढकर तारीख सिंतबर पहुंच गई है।
केन्द्र से मिलना है 402 करोड़
डीएमआरसी को केन्द्र सरकार से इस प्रोजेक्ट के लिए 402 करोड़ रूपए मिलने हैं। लेकिन डीपीआर मंजूर ना होने की वजह से यह धनराशि अटकी है। डीपीआर की मंजूरी ना मिलने की वजह से भी तारीखों को लगातार आगे खिसकाना पड़ रहा है।
जीडीए समेत अन्य का 780 करोड़ भी बकाया
केन्द्र सरकार के मद के अलावा करीब 22 सौ करोड़ के इस प्रोजेक्ट के लिए जीडीए, आवास विकास, नगर निगम और यूपीएसआईडीसी को कुल 1484 करोड़ रूपया देना है। जीडीए का 695 करोड़ में से 49 करोड़ 62 लाख , नगर निगम का पूरा 246 करोड़ 35 लाख, आवास विकास का 324 करोड और यूपीएसआईडीसी का 53 करोड़ रूपए बकाया है। यानि अन्य विभागों का भी अभी करीब 780 करोड़ रूपए देनदारी है।
Published on:
23 Apr 2018 11:02 am
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