
गाजियाबाद। दिल्ली-एनसीआर (Delhi NCR) समेत पूरे उत्तर भारत में कड़ाके की सर्दी (Winter) पड़ने लगी है। 16 दिसंबर (December) को बर्फीली हवाओं के कारण लोगों की कंपकंपी छूट गई। ऐसे में सबसे ज्यादा परेशानी छोटे बच्चों और बुजुर्गों को होती है। इस समय छोटे बच्चों को सर्दी, जुकाम और बुखार की काफी समस्या होती है।
बुखार को नजरअंदाज न करें
गाजियाबाद (Ghaziabad) के राजनगर (Raj Nagar) निवासी बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. अभिमन राघव का कहना है कि सर्दी के मौसम में बच्चों को लेकर काफी सावधान रहना पड़ता है। ऐसे माैसम में तेज बुखार (Fever) बच्चों के दिमाग पर भी असर डाल सकता है। बुखार को नजरअंदाज करना काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इससे बच्चे को दिमागी झटके आने के साथ्ज्ञ ही कई गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। पांच वर्ष या उससे कम उम्र के बच्चों का ऐसे मौसम में खास ध्यान रखना चाहिए।
बढ़ जाती है हार्टबीट
उन्होंने कहा कि जिन बच्चों को निमोनिया (Pneumonia) और सांस संबंधी परेशानी है, वे जल्दी सर्दी की चपेट में आ जाते हैं। लगातार होने वाला तेज बुखार बच्चों के दिमाग पर असर डालता है। बुखार से बच्चों की हार्टबीट और बढ़ जाती है।
ऐसे करें बचाव
- बच्चों को ठीक से कपड़े पहनाएं
- कमरे में तापमान को नियंत्रित रखें
- बच्चों को बाहर खेलने या जाने से मना करें
- भीड़-भाड़ वाली जगह पर बच्चों को न ले जाएं
- बच्चों को नहलाने की बजाए उनको स्पंज करें
- छोटे बच्चों को सिर पर कैप, पैंरों में मोजे और हाथ में ग्लब्स पहनाएं
Updated on:
16 Dec 2019 02:26 pm
Published on:
16 Dec 2019 02:25 pm
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