
UP BJP leaders are busy in Karnataka election 2018
बिजनौर. कैराना-नूरपुर उपचुनाव की घंटी बज चुकी है। महागठबंधन के चलते पहले से ही घिर चुकी भाजपा के लिए एक और बुरी खबर आई है। बिजनौर जिले के गांव गारवपुर मैं बूढ़े बाबा के देवी स्थल पर लाउड स्पीकर उतरवाने के बाद योगी सरकार से नाराज होकर गांव के हिन्दुओं ने पलायन करना शुरू कर दिया है। चुनावी मौसम में लोगों के इस कदम से प्रशासन के हाथ-पांव फूल गए। इसकी सूचना मिलते ही आनन-फानन में एसडीएम नगीना पुलिस फोर्स के साथ गांव पहुंच गए।
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गौरतलब है कि इस प्रकरण में पुलिस प्रशासन ने गांव के हिन्दुओं को आश्वासन दिया था कि 3 दिन में समस्या का निदान कर दिया जाएगा। लेकिन, अधिकारियों की ओर से निर्धारित की गई समय सीमा के बाद भी कोई समाधान नहीं होने की वजह से गांव के लोगों ने पलायन करना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि एसडीएम नगीना डॉक्टर गजेंद्र सिंह एवं सीओ नगीना महेश कुमार की मौजूदगी में हिंदू युवा वाहिनी के मुरादाबाद मंडल प्रभारी डॉक्टर एनपी सिंह और युवा वाहिनी के जिला अध्यक्ष संजीव मलिक की मौजूदगी में समस्या निस्तारण के लिए एक बैठक बुलाई थी। इसके बाद एक निस्तारण समिति का गठन किया गया था। इसमें 3 मई को समस्या निस्तारण की तिथि तय की गई थी, लेकिन समय बीतने पर भी कोई समिति नहीं बनी। इसी वजह से पुलिस प्रशासन के रवैए से क्षुब्ध होकर शुक्रवार को रामकुमार पूरन सिंह, अजय पाल सिंह, मान सिंह मोहित आदि करीब 35 परिवारों ने गांव से पलायन करने की चेतावनी देते हुए अपने मकानों पर यह मकान बिकाऊ है लिखवा दिया था। इस पर एसडीएम प्रशासन एसपी देहात, एसडीएम नगीना तहसीलदार नगीना और थाना अध्यक्ष कोतवाली देहात पंकज तोमर गांव में पहुंचे थे। यहां लोगों की मौजूदगी में लाउडस्पीकर समस्या का निस्तारण 3 दिन के अंदर करने का आश्वासन दिया था। मगर अधिकारियों की टीम के आश्वासन की समस्या सीमा समाप्त होने के बाद भी समस्या जस की तस है। इससे नाराज एक पक्ष के अजय पाल सिंह मान सिंह भोगेंद्र सिंह नए गांव से पलायन शुरू कर दिया है रिएक्टर डोली में अपना सब कुछ सामान भरकर ले जाने लगे हैं। उधर इस संबंध में कोतवाली देहात के एसओ पंकज तोमर के मुताबिक ग्रामीणों के पहला इनकी सूचना पर एसडीएम नगीना गांव में पहुंच गए।
बूढ़े बाबा के देवी स्थल से लाउड स्पीकर उतारने का है मामला
गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट के आदेश के बाद प्रदेश के सभी धार्मिक स्थलों से लाउड स्पीकर उतरवा दिए थे। तब से दोनों संप्रदाय में तनाव था। गांव में पुलिस तैनात कर दी गई। प्रशासन ने विवाद को निपटाने के लिए दोनों संप्रदाय के लोगों की कमेटी गठन की थी। इसके बाद प्रशासन की मंजूरी के बाद मस्जिदों पर तो फिर से लाउड स्पीकर लगा दिए गए, जबकि गांव गारवपुर मैं बूढ़े बाबा के देवी स्थल पर लगे लाउड स्पीकर को अभी तक लगाया नहीं जा सका है। इससे नाराज होकर इसके बाद एक संप्रदाय के लोगों ने नए गांव से पलायन करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद गांव पहुंचे अफसरों ने 3 दिन में विवाद को निपटाने का आश्वासन दिया था। इसके बाद भी विवाद नहीं निपटा।
Published on:
09 May 2018 04:52 pm
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