गाजियाबाद।श्मशान घाट को हर शख्स की आखिरी मंजिल माना जाता है। यहां पर आकर सारे सुख, दुख और मोह से लोगों को मुक्ति मिल जाती है। इसलिए मंदिर की तरह इसे बेहद पवित्र दृष्टि से देखा जाता है। लेकिन, गाजियाबाद में नगर निगम के ठेकेदार की लापरवाही की वजह से लोगों की आस्था और पवित्रता के साथ खिलवाड़ की जा रही है। आवारा पशु श्मशान घाट में अंतिम संस्कार स्थल पर वितरण करके शवों को चढाई जाने वाली सामग्री को खाकर आस्था के साथ में खिलवाड़ कर रहे हैं।
प्यार , एक दिन प्रेमी ने घुमने के लिए बुलाया, फिर जो हुआ… देखें वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=yrspoMcQ9_Uदेखें वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=x1v559HtcQgसमाजसेवी ने की सीएम से शिकायत समाजसेवी और पर्यावरण विद आकाश विशिष्ट ने इसके लिए नगर निगम के ठेकेदार पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। इस संबंध में आकाश विशिष्ट ने आईजीआरएस के जरिए सीएम योगी आदित्यनाथ से मामले की शिकायत की है। पांच फरवरी को की गई शिकायत को अपर मुख्य सचिव, सचिव नगर विकास तथा नगरीय रोजगार एवमं गरीब उन्मूलन को प्रेषित किया गया है।
देखें वीडियो- https://www.youtube.com/watch?v=x1v559HtcQgश्मशान घाट में घुस जाते हैं जानवर आकाश विशिष्ट ने बताया कि श्मशान घाट में अक्सर गोवंश पशु घुस आते है। ये श्मशान भूमि के आसपास प्लेटफार्मों के पड़े सामग्री को खाते हैं। किसी भी शख्स के शव दहन के अगले दिन लोग मृतक के फूल लेने के लिए आते है। इस दौरान वहां पर खाने-पीने की सामग्री को पशु खा जाते हैं, जिससे लोगों की भावना आहत होती है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि अगर नगर निगम के ठेकेदार अपनी जिम्मेदारी को समझते हुए रोक लगाते तो बेहतर होता।
हिंडन शमशान घाट की जिम्मेदारी संभालने वाली श्री धार्मिक रामचन्द्र सीतादेवी हरनंदी सेवा संस्था के अध्यक्ष मनीष पंडित ने बताया कि श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार होने के अगले दिन लोग आते हैं। वो प्राणी (गौग्रास के लिए सामान) निकाल कर जाते हैं। जिन्हें उठवाकर एक साइड में खाली पड़े प्लेटफार्म पर रख दिया जाता है। उन्होंने कहा कि कूड़े में सामान के फेंके जाने से बेहतर है कि ये गौमाता के खाने में चला जाए। बाकि शमशान घाट चारों तरफ से बाउंड्री से कवर है कभी कभार सांई उपवन की तरफ से कोई जानवर आ जाता है।
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