
मायावती ने महागठबंधन को दिया बड़ा झटका, सहयोगियों में तेज हुई सुगबुगाहट
गाजियाबाद. 2019 लोकसभा चुनाव का समय नजदीक आने के साथ ही सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी तैयारी और सरगर्मियां तेज कर दी हैं। विपक्ष को मोदी के सामने महागठबंधन की आस है। वहीं, बसपा सुप्रीमो ने अपने बयान से महागठबंधन के सहयोगी दलों की धड़कने तेज कर दी है। दरअसल, रविवार को प्रेसकॉन्फ्रेंस के दौरान बसपा सुप्रीमो ने गठबंधन के सवाल पर कहा कि बसपा कहीं भी किसी भी चुनाव में गठबंधन के लिए तैयार है, लेकिन हमें सीटों में सम्मानजनक हिस्सा चाहिए। ऐसा न होने पर बसपा अकेले चुनाव लड़ेंगी। यानी मायावती ने इशारों-इसारों में यह जता दिया है कि गठबंधन उनके लिए मजबूरी नहीं है। अगर सम्मान जनक सीटें मिलेंगी तभी वे गठबंधन कर सकती है।
रावण से किसी तरह के रिश्ते होने से माया का इनकार
गौरतलब है कि दलितों के उत्थान के लिए काम करने वाली भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण के जेल से छूटने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती को बुआ और खुद को उनका भतीजा कहा था। उनके इसी बयान को खारिज करने के लिए रविवार को मायावती माडिया के सामने आई थी। इस दौरान उन्होंने चंद्रशेखर पर जमकर निशाना साधा। रावण के बुआ वाले बयान पर मायवती की तीखी प्रतिक्रिया सामने आई है। मीडिया को संबोधित करते हुए मायावती ने भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर निशाना साधा। प्रेस कांफ्रेंस में मायावती ने कहा कि राजनीतिक स्वार्थ के लिए लोग मुझसे रिश्ता बनाने की कोशिश कर रहे हैं। बसपा मुखिया ने दो टूक कहा कि उनका किसी के साथ भाई-बहन या बुआ-भतीजे का रिश्ता नहीं है। सहारनपुर हिंसा में आरोपी चंद्रशेखर मुझसे रिश्ता दिखा रहा है, जबकि सच्चाई ये है कि मेरा सिर्फ गरीबों से रिश्ता है। ऐसे किसी व्यक्ति से मेरा रिश्ता नहीं है, जो समाज में ऐसा काम करते हैं।
मायावती ने किए थे तीखे प्रहार
चन्द्रशेखर के बयान पर मयावती ने कटाक्ष करते हुए कहा कि समाज में ऐसे बहुत से संगठन बनते चले आ रहे हैं, जो अपना धंधा चलाते हैं। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर आज़ाद उर्फ रावण से मेरा कोई रिश्ता नहीं है। माया ने कहा कि वह करोड़ों लोगों की लड़ाई लड़ रही हैं। रावण को अलग से संगठन बनाने की ज़रूरत क्यों है? अगर वह वास्तव में दलितों और वंचितों के लिए काम करना चाहते हैं तो बसपा के झंडे के नीचे आकर लड़ाई लड़ें।
चन्द्रशेखर की तबीयत बिगड़ी
माया वती के इस प्रेस कॉन्फ्रेस के तुरंत बाद भीम आर्मी के संस्थापक चन्द्रशेखर की तबीयत खराब होने की खबर आई। भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन ने भी इसकी पुष्टि कर दी है। उन्होंने बताया कि भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर उर्फ रावण को चक्कर आ गए है। दरअसल रावण से बसपा सुप्रीमो की प्रेस कांफ्रेंस के बारे में बात करने के लिए जब पत्रिका रिपोर्टर ने भीम आर्मी के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनय रतन को फोन किया और उनसे कहा कि चंद्रशेखर उर्फ रावण से बात करा दीजिए तो विनय रतन ने कहा कि अभी बात नहीं हो पाएगी। रावण की तबीयत खराब है। उन्हें चक्कर आ गया है। चक्कर का कारण पूछने पर विनय रतन ने बताया कि ऐसा एसिडिटी की वजह से हुआ है।
Published on:
16 Sept 2018 04:44 pm
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