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गाजीपुर बॉर्डर पर प्रदर्शन में शामिल होने के लिए अब किसानों को देने होंगे जमानती

उत्तराखंड उत्तर प्रदेश में हिंसा के इनपुट मिलने के बाद किया गया निर्णय गाजीपुर ( ghazipur border ) कैंप में रह रहे लाेगाें की भी हाेगी जांच पड़ताल

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राकेश टिकैत

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
गाजियाबाद ( ghazibad news ) गाजीपुर ( Ghazipur ) बॉर्डर पर बैठने और कैम्पों में रहने के लिए किसानों को आधार कार्ड और पांच जमानती देने होंगे। यूपी-उत्तराखंड में हिंसा के इनपुट मिलने के बाद भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने यह निर्णय लेने के बाद कैंपों में रुकने वाले लोगों की पड़ताल कराने को भी कहा है।

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तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन चल रहा है। रविवार को इस आंदोलन को 74 दिन पूरे हो गए हैं। इस बीच राकेश टिकैत ने शनिवार को कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर पूरे देश में जाम का कार्यक्रम सफल और शांतिपूर्ण रहा। तीन घंटे के एलान के बाद किसान एक मिनट भी सड़कों पर नहीं रहे। उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जाम इस कारण नहीं हुआ कि दोनों जगह पर कुछ लोगों द्वारा चार-पांच जगह पर तोड़फोड़ करने की योजना थी। उन्होंने कहा कि हमारा मकसद किसी भी जगह पर तोड़फोड़ करने का नहीं है। उन्होंने शरारती तत्वों को कड़े शब्दों में कहा कि यदि कोई भी यहां माहौल खराब करता या गलत हरकत करता पकड़ा गया तो उसे पुलिस के हवाले कर केस दर्ज कराया जाएगा

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राकेश टिकैत ने कहा कि अब यूपी गेट पर ( ghazipur border ) आंदोलन स्थल में किसानों की लगातार संख्या बढ़ रही है। हिंसा के इनपुट मिलने के बाद अब किसी भी किसान को बिना आधार कार्ड के कैम्प में नहीं रुकने दिया जाएगा। इतना ही नहीं कैंप में रुकने वालों को पांच गारंटर यानी जमानती भी देने होंगे। अगर कैंप में कोई भी संदिग्ध आदमी मिलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।