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गाज़ियाबाद

चुनाव से ठीक पहले भाजपा के गढ़ से आई बुरी खबर, मोदी दिग्गज मंत्री को लोगों ने उल्टे पांव भगाया

लोनी इलाके के गांव मंडोला में जनरल वीके सिंह को दिखाए काले झंडे और उनके खिलाफ की जमकर नारेबाजीभाजपाइयों ने विरोध को पहले बताया वपक्ष की साजिशफिर बोले वहां संपर्क का कार्यक्रम ही नहीं था

गाज़ियाबादApr 08, 2019 / 08:49 pm

Iftekhar

VK Singh

चुनाव से ठीक पहले भाजपा के गढ़ से आई बुरी खबर, मोदी दिग्गज मंत्री को लोगों ने उल्टे पांव भगाया

गाजियाबागद. आगामी 11 अप्रैल को 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले चरण की होने वाली वोटिंग जैसे-जैसे नजदीक आ रहा है, वैसे-वैसे गाजियाबाद में सभी प्रत्याशी पूरी तरह मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में जुटे हुए हैं। कोई रोड शो करने में लगा है तो कोई बड़े नेताओं से जनसभा को संबोधित करवा रहे हैं। इसी कड़ी में गाजियाबाद में गठबंधन के प्रत्याशी सुरेश बंसल के पक्ष में सोमवार को अखिलेश यादव ने एक जनसभा को संबोधित किया। वहीं, भाजपा के लोकसभा प्रत्याशी जनरल वीके सिंह लोनी इलाके के गांव मंडोला पहुंचे। मंडोला में उन्हें जन संपर्क करना था, लेकिन जैसे ही गांव के लोगों को जनरल वीके सिंह के आने की खबर लगी तो कुछ लोग गांव के ही किनारे जाकर खड़े हो गए और जनरल वीके सिंह के खिलाफ जमकर नारेबाजी ही नहीं की, बल्कि उन्हें काले झंडे भी दिखाए। जैसे ही जनरल वीके सिंह के समर्थकों ने जनरल वीके सिंह के खिलाफ नारेबाजी होते देखा तो वहां से जनरल वीके सिंह की गाड़ी को रोक दिया गया और आनन-फानन में सभी समर्थक और जनरल वीके सिंह को उल्टे पांव लौटना पड़ा।

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हालांकि, इस बात पर सफाई देते हुए भाजपा के आला नेताओं ने बताया कि कुछ लोग ही ऐसे थे, जोकि वीके सिंह के खिलाफ नारेबाजी कर रहे थे और उन्हें विपक्ष के लोग खड़े किए हुए थे। इसके अलावा उन्होंने कहा कि जनरल वीके सिंह के पक्ष में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत को रोड शो करना था। इसलिए जनरल वीके सिंह को वहां जन संपर्क करना ही नहीं था। वह केवल और केवल अपने कुछ पुराने लोगों से मिलने गए थे। इसलिए जनरल वीके सिंह वापस आए हैं।

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बहरहाल, कहीं न कहीं इस बात से यह साफ हो गया है कि गाजियाबाद में गठबंधन अपनी पकड़ तेजी से बना रहा है, क्योंकि जनरल वीके सिंह के खिलाफ नारेबाजी करने वाले लोग गठबंधन के प्रत्याशी के पक्ष में भी नारे लगा रहे थे । लेकिन अब इन प्रत्याशियों की किस्मत का फैसला गाजियाबाद की जनता 11 अप्रैल को करेगी। उसके बाद ही यह साफ हो पाएगा कि गाजियाबाद में कौन परचम लहरा कर यहां का सांसद बनेगा। आपको बता दें कि से ही हालात का सामना भाजपा के गौतमबुद्धनगर सीट से प्रत्याशी और मौजूदा सांसद व केन्द्रीय मंत्री महेश शर्मा को भी जगह-जगह करना पड़ रहा है। इसके अलावा बुलंदशहर से भाजपा प्रत्याशी और मौजूदा सांसद भोला सिंह के खिलाफ भी लोगों का आक्रोश फूट रहा है। इन सभी नेताओं के खिलाफ इलाके केलोग कोई विकास कार्य नहीं कराने की वजह से भड़के हुए हैं।

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