
गोकशी की अफवाह पर पीट-पीटकर हत्या के मामले में सपा ने योगी सरकार को दी ये चेतावनी
हापुड़। पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जनपद हापुड़ में पिलखुआ कोतवाली क्षेत्र के बझेड़ा खुर्द में बीते 18 तारीख को गोकशी की अफवाह को लेकर कासिम व शमीउद्दीन की जमकर कुछ लोगों द्वारा पिटाई की गई थी, जिसमें कासिम की अस्पताल ले जाते वक्त मौत हो गई थी और समयदीन अभी भी अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है। कहीं ना कहीं राजनीतिक दल अब इस मुद्दे को भुनाने में जुट गए हैं। इसी के तहत गुरुवार को हापुड़ में समाजवादी पार्टी की सरकार में मंत्री रहे मदन चौहान सहित सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने हापुड़ में इस पूरे मामले को लेकर धरना दिया। वहीं सरधना के सपा नेता अतुल प्रधान भी धरने में शामिल होने पहुंचे।
अतुल प्रधान ने प्रदेश सरकार पर आरोपियों को बचाने का आरोप लगाते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी देश में नफरत फैलाने की राजनीति कर रही है। बझेड़ा खुर्द में गोकशी की अफवाह को लेकर आसिफ की हत्या शमीउद्दीन को मरणासन्न में छोड़ दिया था हमारी पार्टी सरकार वह स्थानीय प्रशासन से मांग करती है कि पूरे प्रकरण में सही से जांच कराकर आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। वहीं सपा के पूर्व राज्यमंत्री मदन चौहान ने पीड़ितों को न्याय ओर आरोपियों के लिए सख्त से सख्त सजा की मांग करते हुए प्रदेश सरकार से मृतक के परिवार को 50 लाख रुपए घायल के परिवार को 25 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की।
अगर सरकार हमारी इन मांगों को नहीं मानती है तो अभी तो यह शांतिपूर्ण धरना चल रहा है, इससे आगे अगर हम लोगों को उग्र आंदोलन भी करना पड़ा तो हम उससे पीछे नहीं हटेंगे। वहीं जनरल वीके सिंह के बयान पर भी प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने कहा कि जनरल वीके सिंह केंद्र सरकार में मंत्री हैं, जिस जगह यह घटना हुई है वो उनके ही संसदीय क्षेत्र में आता है। उनकी इस घटना को रोडरेज की घटना बताना निंदनीय है, जो इंसानियत को भी शर्मसार करती है।
जब प्रदेश में हमारी सरकार थी तो यही दल कानून व्यवस्था को लेकर दुहाई दिया करता था। लेकिन आज उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था बिल्कुल चौपट है।
लेकिन मैं पूछना चाहता हूं कि इनकी सरकार केंद्र में भी है राज्य में भी है, इसके बाद भी कुछ लोगों को बचाने के चक्कर में सारी घटना को तोड़-मरोड़ कर रोडरेज की घटना बना दिया गया है। इसी को लेकर आज हम लोग यहां धरने पर बैठे हैं। यह घटना साफ इशारा करती है कि उत्तर प्रदेश में कानून का राज नहीं बल्कि भाजपा नेताओं का राज है। एक परिवार से कमाने वाला छीन लिया जाता है और दूसरा व्यक्ति अस्पताल में जिंदगी और मौत से जूझ रहा है।
हम प्रदेश सरकार से मांग करते हैं कि इन लोगों को मुआवजा दिया जाए और जो भी इसमें दोषी हैं, उनको सख्त से सख्त सजा दी जाए। अगर ऐसा होता है तो हमेें और पीड़ित के परिवार को तभी लगेगा कि प्रदेश में कानून का राज है। अगर हमारी मांगे नहीं मानी जाती हैं तो यह तो केवल ट्रेलर है। हम इससे भी बड़ी लड़ाई पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए लड़ेंगे। भाजपा के पास अब डेवलपमेंट के नाम पर कुछ नहीं है तो इस तरह से फिरकापरस्ती फैलाकर लोगों में नफरत फैलाने का काम कर रही है।
Published on:
28 Jun 2018 06:31 pm
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