
गाजियाबाद। जिस तरह से कोविड-19 संक्रमण पूरे देश में फैलता जा रहा है, इसे रोकने के लिए सरकार द्वारा तमाम तरह के प्रयास किए जा रहे हैं। इससे बचाव के लिए सरकार द्वारा बार-बार गाइडलाइन जारी की जा रही हैं। जिसमें लोगों से कम से कम 2 गज की दूरी बनाकर रखने और कम से कम वस्तु को हाथ लगाने की बात कही गई है। इसमें सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाली डोर बेल पर भी फोकस किया गया है। जिसे ध्यान में रखते हुए गाजियाबाद के एक बी-टेक के छात्र ने ऐसी डोर बेल इजाद की है जिसके सामने हाथ ले जाने से डोरबेल स्वत: ही बजने लगती है। यानी डोरबेल को छुए बगैर ही आप घर का दरवाजा खुलवा सकते हैं।
इस डोर बेल के सामने 5 सेकंड के लिए हाथ ले जाने पर 10 सेकेंड तक डोरबेल बजने लगती है। बड़ी बात यह है कि इस डोरबेल को बनाने में मात्र 200 से 260 रुपये का खर्च आया है। इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए बीटेक के फाइनल ईयर के छात्र पवन कुमार ने बताया कि वह और उसका दोस्त एक दिन अपने अन्य दोस्त के घर गए थे। उसके आस पास भी कोई कोविड-19 मरीज पाया गया था। इसके चलते उन्होंने अपने दोस्त के घर की डोर बेल नहीं बजाई। क्योंकि डोरबेल अक्सर कई लोग छू लेते हैं और हर बार सैनिटाइज नहीं कर पाते। इसलिए उन्होंने डोरबेल को नहीं छुआ और तभी से उनके मन में आया कि क्यों ना एक ऐसी डोरबेल तैयार की जाए जोकि लोगों को बार-बार हाथ ना लगाना पड़े।
पवन ने बताया कि जो डोरबेल उन्होंने बनाई है उसके सामने 5 सेकंड के लिए हाथ ले जाने पर डोरबेल 10 सेकेंड तक बजने लगती है। बड़ी बात यह है कि इस डोरबेल को बनाने में मात्र 200 से 250 रुपये तक का खर्च आया है। पवन ने डोरबेल के डेमो को दिखाते हुए बताया कि इससे कोरोना के खतरे से भी बचा जा सकता है।
Updated on:
01 Jul 2020 03:08 pm
Published on:
01 Jul 2020 03:06 pm
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