
दिल्ली से सटे गाजियाबाद में प्रदूषण पर नियंत्रण किए जाने के उद्देश्य से दीवाली के दौरान पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। पुलिस व प्रशासन की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि जिले में केवल ग्रीन पटाखे ही दिवाली पर फोड़े जा सकेंगे। हालांकि ग्रीन पटाखे भी लाइसेंस होल्डर ही बिक्री कर पाएंगे। इसके लिए पुलिस प्रशासन ने पूरी तरह से सख्ती बरती हुई है। बता दें कि जिले में पुलिस की तरफ से पटाखे के अवैध कारोबार से जुड़े लोगों की धरपकड़ की जा रही है। इसी कड़ी में जगह-जगह छापेमारी भी जारी है।
पटाखा कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई जारी
गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक मुनिराज का कहना है कि जिले में पटाखे के कारोबार पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। इसी कड़ी में पटाखा कारोबारियों के खिलाफ पुलिस की कार्रवाई भी लगातार जारी है। उन्होंने बताया कि पटाखा कारोबार पर काबू पाने के लिए संबंधित थाना व चौकी प्रभारियों को पूरी तरह से निर्देशित किया जा चुका है। पटाखों का अवैध कारोबार करने वाले लोगों के साथ पुलिस सख्ती से पेश आएगी। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि 14 अक्टूबर को लोनी थाना क्षेत्र के चिरोड़ी में अवैध पटाखों के साथ एक शख्स को गिरफ्तार किया गया। जिसके कब्जे से निर्मित व अर निर्मित तमाम तरह की आतिशबाजी बरामद की गई।
प्रदूषण नियंत्रण के लिए आतिशबाजी पर प्रतिबंध
इसके अलावा 16 अक्टूबर को थाना टीला मोड़ क्षेत्र के फरूख नगर में पटाखा बनाने वाली फैक्टरी का भंडाफोड़ किया गया। इस दौरान 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया उनके कब्जे से भी भारी मात्रा में आतिशबाजी बरामद की गई। उसके बाद 17 अक्टूबर को भी थाना कवि नगर क्षेत्र के लाल कुआं के पास पटाखे बेचते हुए एक शख्स को पुलिस ने गिरफ्तार किया। उसके पास से भी भारी मात्रा में पटाखे बरामद किए गए हैं। एसएसपी का कहना है कि जिस तरह से जिले में एकाएक प्रदूषण के ग्राफ में वृद्धि होती है। इसे लेकर जिले में आतिशबाजी पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगाया गया है। उसे गंभीरता से लेते हुए अब जगह-जगह छापेमारी की जा रही है।
Published on:
18 Oct 2022 02:31 pm
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