गाजियाबाद/बुलंदशहर।
पिछले कई सालों से बारिश में आई कमी के कारण नदियों का जल स्तर प्रतिदिन
गिरता जा रहा है। तालाब सूखते जा रहे हैं। वहीं बढ़ते भूजल दोहन से भूमिगत
जल भंडार में तेजी से कमी आती जा रही है। जिस वजह से बुलंदशहर जिले में 80
लाख लीटर पानी की सप्लाई में कमी आई है।
बुलंदशहर
में प्रतिदिन 80 लाख लीटर पानी की सप्लाई कम हो रही है। इस बात का खुलास
विभागीय आंकडों से हुआ है। लगातार बढ़ती गर्मी और पानी की कमी के कारण
फिलहाल ये स्थिति सुधरती दिखाई नहीं दे रही। बता दें कि पानी का आंकलन
प्रतिदिन मिलियन लीटर (एमएलडी) के आधार पर होता है। सिकन्द्राबाद में 2.31
एमएलडी यानी 23 लाख दस हजार लीटर पानी कम सप्लाई हो रहा है। जहांगीराबाद,
गुलावठी, स्याना, शिकारपुर, छतारी में पानी की कमी हो रही है।
ये है आंकड़ा
सिकन्द्राबाद
में 6.61 एमएलडी पानी की आवश्यकता है लेकिन वहां पर 4.3 एमएलडी की सप्लाई
हो रही है। ऐसे ही जहागीराबाद में 4.88 एमएलडी की आवश्यकता है लेकिन 2.58
एमएलडी की सप्लाई हो रही है। गुलावठी 4.14 एमएलडी लेकिन 2.16 एमएलडी की
सप्लाई हो रही है। स्याना 3.62 एमएलडी की आवश्यकता है लेकिन 3.24 एमएलडी क
सप्लाई हा रही है। शिकारपुर में 3.09 एमएलडी की आवश्यकता है लेकिन 2.16
एमएलडी की सप्लाई हो रही है। छतारी 0.93 एमएलडी की आवश्यकता है लेकिन 0.86
एमएलडी की सप्लाई हो रही है।
डीएम ने दिए तालाबों के जीर्णोद्धार के आदेश
जिला
प्रशासन के आंकडों के अनुसार जिले में करीब 1300 तालाब है। लेकिन जिले में
फिलहाल 1050 तालाब है। इन तालाबों का जीर्णोद्धार प्रशसन द्वारा कराया जा
रहा है। इन 1050 तालाबों में जल्द ही पानी की व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए
डीएम सुभ्रा सक्सैना ने सभी आदेश जारी कर दिए है।
250 तालाबों को लगाया जायेगा पता
जिले
से गायब हो गए 250 तालाबों का पता लगा जाएगा। जिन तालाबों पर कब्जे किया
जा चुका है या फिर तालाबों को रिकार्ड से गायब करने की कोशिश की है। उन्हें
पूराने फाइलों व नक्शे के आधार पर ढूंढा जा रहा और जिन तलाबों पर कब्जा हो
गया है उन्हें कब्जा मुक्त कराया जाएगा।