गाजीपुर . विजय दशमी के दिन पंजाब के अमृतसर में रावण दहन के दौरान अचानक तेज रफ्तार से धड़धड़ाती हुई आई ट्रेन ने 50 से ज्यादा लोगों को रौंद दिया। 100 से ज्यादा घायल हुए। इन मरने वालों में गाजीपुर के मोहम्मदाबाद क्षेत्र के बगेंद गांव का रहने वाला प्रदीप कुशवाहा और उसका तीन साल का भतीजा सार्थक कुशवाहा भी शामिल था। प्रदीप अमृतसर में अपने बड़े भाई के साथ रहकर सब्जी की दुकान लगाता था। वह उस दिन भतीजे सार्थक और भतीजी को रावण दहन और दशहरे का मेला दिखाने ले गया था। वहीं हादसे का शिकार हो गया।
मौत की खबर मिलते ही यहां बगेंद में पिता शिवशंकर कुशवाहा और मां का रो-रोकर बुरा हाल था। पिता ने बताया कि वह बेटे का अंतिम संस्कार भी नहीं कर सके। प्रदीप का अंतिम संस्कार अमृतसर में ही उसके बड़े भाई ने किया। प्रदीप की भतीजी अब भी गंभीर रूप से घायल अस्पताल में जिंदगी और मौत के बीच जंग लड़ रही है।
By Alok Tripathi