पौराणिक मान्यताओं की माने तो ये शिवलिंग जमीन से निकला हुआ है। मंदिर के पुजारी वीरेन्द्र गिरी का कहना है कि कई सौ साल पहले काफी जंगल हुआ करता था और चरवाहे गायों को चराने इधर आया करते थे। लेकिन जैसे ही गाय इस स्थान पर आती थी तो उनका दुग्ध अपने आप गिरना शुरू हो जाता था। लेकिन गाय स्वामी यह देख आश्चर्यचकित हो जाते थे।