
योगी सरकार किसानों को छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने के लिए जनपद किस 16 विकास खंडों को मिलाकर स्थाई व अस्थाई करीब 64 गौशाला का आधा अधूरा निर्माण कराया गया है। अधिकांश गौशाला मवेशियों की कब्रगाह बन चुकी है। कारण यहां जानवरों के भूसा चारे का समुचित प्रबंध नहीं है।खरहटिया में बाउंड्री वाल ना होने के कारण अधिकांश मवेशी आस-पास के गांव के किसानों की फसल को चट कर जाते हैं। इस गौशाला में जानवरों को पानी पिलाने के लिए समरसेबल लगाया गया था। लेकिन बिजली के अभाव में वह पानी नहीं उगल रहा है। जिससे गौशाला में जानवर बूंद बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। यहां के चौकीदार जसवंत ने बताया कि बाउंड्री वाल न होने के कारण गौशाला से जानवर इधर उधर जाकर किसानों का खेत चर रहे हैं। जिससे किसान यहां आकर बवाल करते हैं। 3 माह हो गए मुझे वेतन नहीं मिला है। यदि बाउंड्री वाल बिजली पंखा पानी की समुचित व्यवस्था ना कराई गई तो हम काम नहीं कर पाएंगे। सबसे खास बात यह है कि जिले में इतनी गौशाला होने के बाद भी छुट्टा जानवरों से किसान पूरी तरह से पस्त हो चुका है। यही नहीं ये जानवर लोगों की जान के दुश्मन बन चुके हैं। इनकी वजह से कोई ऐसा दिन नहीं है। कि जब जनपद में कहीं ना कहीं इनकी वजह से लोग दुर्घटना का शिकार ना होते हो । शासन इन जानवरों से किसानों को मुक्ति दिलाने के लिए कई बार डेडलाइन निर्धारित कर चुकी है। फिर भी शहर से लेकर किसानों के खेतों को चट करते जानवर किसी भी समय देखे जा सकते हैं। विधानसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री पड़ोसी जनपद बहराइच के पयागपुर की जनसभा में किसानों को छुट्टा जानवर से मुक्ति दिलाने के लिए व्यापक इंतजाम करने की बात कहा था। लेकिन अभी तक किसानों को छुट्टा जानवरों से मुक्ति नहीं मिल सकी है। इस संबंध में मुख्य विकास अधिकारी गौरव कुमार ने बताया फिलहाल प्रकरण मेरे संज्ञान में नहीं है। लेकिन यदि ऐसा है। तो उसकी जांच कराई जाएगी अभी तक बाउंड्री वाल क्यों नहीं बनी चौकीदार को वेतन कैसे नहीं मिला इन सारी चीजों की जांच कराने के बाद समस्या का समाधान कराया जाएगा। यदि इस पूरे प्रकरण में कोई दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
Published on:
25 May 2022 05:59 pm
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