बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने बैंक से लोन न दिए जाने के बाद आत्मदाह से हुई युवक की मौत के मामले में PM Modi को पत्र लिखकर बैंक मैनेजर फील्ड अफसर सहित दोषी कर्मचारियों पर कार्यवाई करने का पत्र में जिक्र किया है।
गोंडा जिले में SBI बैंक के सामने लोन न मिलने से नाराज युवक ने ज्वलनशील पदार्थ डालकर बीते 18 अक्टूबर को आग लगा दिया था। लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। मामला मीडिया की सुर्खियों में आने के बाद बैंक कर्मचारियों ने पल्ला झाड़ लिया। बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने PM मोदी को पत्र लिखकर मृतक युवक के परिजनों को मुआवजा तथा दोषी बैंक के मैनेजर फील्ड अफसर तथा अन्य शामिल कर्मचारियों पर कार्यवाई करने का पत्र में जिक्र किया है।
गोंडा जिले के इटियाथोक थाना के गांव सरहरा के रहने वाले दिव्यराज पांडे वाटर प्लांट लगाने के लिए बैंक से लोन लेने की दौड़ लगा रहा था। बैंक से लोन न मिलने पर उसने एसबीआई बैंक के सामने बीते 18 अक्टूबर को ज्वलनशील पदार्थ डालकर आग लगा लिया। लखनऊ में इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। जिससे एक हंसता खेलता परिवार तबाह हो गया। दिव्यराज का 7 माह के बेटे के सर से पिता का साया उठ गया। बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने मृतक के घर जाकर परिजनों से अपनी गहरी शोक संवेदना व्यक्त किया। मृतक के पिता को आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई। दोषी कर्मचारियों पर कार्यवाई किए जाने का आश्वासन दिया था।
PM Modi को लिखा पत्र
बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने PM मोदी को लिखे गए पत्र में कहा है कि केंद्र सरकार ने किसान कामगारों और व्यापारियों को आसानी से लोन देने के लिए बजट में हजारों करोड़ का प्रावधान किया है। लोन वितरण करने का दायित्व देश के सभी बैंकों को सोपा गया है। निर्धारित समय सीमा के अंदर बैंकों को लोन उपलब्ध कराने की बाध्यता निर्धारित की गई है। यदि किन्हीं कारण से बैंक उपभोक्ता को कर्ज नहीं उपलब्ध कराता है, तो इसकी लिखित सूचना देनी चाहिए।
मौत के 11 दिन बाद भी आश्वासन के बाद नहीं दी गई आर्थिक सहायता, बैंक ने किया इनकार
दिव्यराज पांडे की मौत का जिक्र करते हुए बीजेपी सांसद ने कहा है कि मृतक ने वाटर प्लांट लगाने के लिए भारतीय स्टेट बैंक गोंडा में लोन के लिए आवेदन किया था। लेकिन उसे लोन न उपलब्ध होने के कारण बैंक के सामने आत्महत्या करने के लिए विवश होना पड़ा। यह घटना पुलिस स्टेशन से महज 50 मीटर की दूरी पर हुई। मीडिया और समाचार पत्रों में इस खबर को प्रमुखता से दिखाए जाने के बाद बैंक मैनेजर कर्मचारी तथा प्रशासनिक अधिकारियों ने आर्थिक सहायता देने की बात कहा था। घटना के 11 दिन बीत जाने के बाद भी पीड़ित परिवार को कोई आर्थिक सहायता नहीं दी गई। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार ने कोई आर्थिक सहायता उपलब्ध नहीं कराई। इस संबंध में जब मेरे सहयोगी ने भारतीय स्टेट बैंक के अधिकारियों से मिलकर पीड़ित परिवार को शीघ्र आर्थिक सहायता दिए जाने की बात कहा तो बैंक के अधिकारियों ने आर्थिक सहायता देने के लिए असमर्थता जताई। अधिकारियों ने कहा कि मृतक ने बैंक में लोन के लिए कोई आवेदन नहीं किया था। बैंक अधिकारियों अब मृतक को लोन उपलब्ध न कराने घूस मांगने की बात से इनकार किया जा रहा है। इससे समाज में बैंक और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी और भारी असंतोष बढ़ रहा है।
निगरानी समिति की बैठक में बैंकों को सिटीजन चार्ट व्यवस्था लागू किए जाने के लिए कहा गया, नहीं हुई अमल
बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने पत्र में कहा है कि निगरानी समिति की बैठक में बैंकों को सिटीजन चार्ट और ऋण वितरण ऑनलाइन पोर्टल एक्टिव करने के लिए कहा गया था। इसके साथ आवेदकों के ऑनलाइन की हार्ड कॉपी का एक रजिस्टर बनाकर तिथि वार अंकित किए जाने के लिए सुझाव दिया गया था। बैठक में बैंक के प्रबंधक आश्वासन देते रहे। सांसद ने कहा कि दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है की गोंडा में बैंक इसका अनुपालन नहीं कर रहे हैं।
लोन देने के लिए 10 से 25 प्रतिशत तक बैंक मांग रहे कमिशन
बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र में कहा है कि लोन देने के लिए बैंक के प्रबंधक 10 से 25 प्रतिशत तक कमीशन मांग रहे हैं। इस पर अंकुश लगाने के लिए नियमावली को प्रभावशाली और कठोर बनाने की कार्यवाही करने का निर्देश जारी करने की मांग की गई है।
बैंक कर्मचारियों को दंडित तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की मांग
बीजेपी सांसद बृजभूषण सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को दिए गए पत्र में मांग किया है कि दिव्यराज पांडे को आत्महत्या के लिए विवश करने वाले बैंक के मैनेजर फील्ड अफसर तथा सम्मिलित अन्य कर्मचारी के खिलाफ उच्च स्तरीय जांच करा कर उन्हें दंडित किया जाए। तथा पीड़ित परिवार को न्याय दिलाया जाए।