
मोबाइल रेडिएशन से ऐसे करें बचाव
जन जागरूकता कार्यशाला में 2G, 3G, 4G एवं 5G मोबाईल टावर से होने वाले रेडिएशन के बारे में मनीष साहू ने बताया कि जब भी आप किसी से फोन पर बात कर रहे हों, तब कोशिश कीजिए कि फोन सीधे कान पर लगाकर बात न करें। फोन का स्पीकर ऑन कर लें या फिर ईयर फोन का इस्तेमाल करें। कॉल बंद होने के बाद ईयरफोन को तुरंत कान से हटा दें। उन्होंने कहा किशरीर से सटाकर या शरीर के किसी हिस्से पर मोबाइल फोन रखना खतरनाक हो सकता है। इसका प्रयोग करते समय हमेशा कुछ दूरी जरूरी बनाए रखें। ऐसा करने से इसके रेडिएशन का प्रभाव कुछ कम हो सकता है।
कार्यशाला में राम चन्द्रा ने PM VANI योजना के बारे में बताते हुए कहा कि अंतिम मील वाई-फाई कार्ड सेवा प्रादाताओ को किसी पंजीकरण या लाइसेंस की जरूरत नही है न ही इसके लिए कोई शुल्क लिया जाता है। ए के मिश्रा ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सीमा पर किसी विदेशी मोबाइल सिग्नल व सिम कार्ड का उपयोग करना अवैध है। देवांश शुक्ला द्वारा NCPR (नेशनल कंज्यूमर प्रेफरेंश रजिस्टर के बारे में अवगत कराते हुए कहा कि कंज्यूमर संक्षिप्त कोड 1909 पर SMS करके या 1909 पर काल कर शिकायत कर सकते हैं। मानवेंद्र प्रताप ने IMEI / TAF-COF पोर्टल के लिए टेलीकॉम एनालिटिक्स के बारे में विस्तार से बताया। इंटरनेट,साइबर क्राइम से लेकर मोबाइल धारको के साथ आजकल हो रही धोखाधड़ी, आपके द्वारा दिये जाने वाले डाक्यूमेंटस के दुरूपयोग, OPT द्वारा खातों से निकल रहे धन, और साइबर सुरक्षा को लेकर किस तरह सावधान रहना है। टावरों द्वारा हो रहे रेडिएशन मानव जाति के लिए कितना खतरनाक है साथ ही उनसे बचने वाली वेबसाइट और लिंक की जानकारी भी प्रदान की गई । अब गाँव या अपने आसपास PDO इंटरनेट नेटवर्क आफिस खोलकर स्वरोजगार किया जा सकता है। कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए इकाई प्रमुख अजय कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि DOT विभाग द्वारा जो जन जागरूकता कार्यशाला मनकापुर में आयोजित की इसके लिए सभी का आभार जताते हुए कहा कि आज मोबाईल हमारे जीवन का अभिन्न अंग हो गया है। इसकी सुरक्षा के बारे में सभी को जानकारी होनी ही चाहिए।
Published on:
27 Apr 2022 01:05 pm
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