पहलवानों की राय से बनेगा कुश्ती संघ का अध्यक्ष
इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, खेल मंत्री अनुराग ठाकुर और पहलवानों के बीच लंबी बैठक में महत्वपूर्ण बातों में से एक भारतीय कुश्ती महासंघ में पावर शिफ्टिंग यानी बृजभूषण सिंह के किसी पद पर ना रहने का का वादा है। सरकार ने पहलवानों को आश्वासन दिया है कि WFI के आने वाले चुनाव में बृजभूषण सिंह के परिवार से किसी को भी लड़ने की अनुमति नहीं दी जाएगी। इससे भी अहम बात यह है कि प्रदर्शन की अगुवाई कर रहे पहलवानों- बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगट की राय को कुश्ती संघ का अध्यक्ष, महासचिव और कोषाध्यक्ष चुनने में पूरी एहमियत दी जाएगी। ठाकुर ने भी बैठक के बाद कहा कि तीन कार्यकाल पूरे कर चुके पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण सिंह और उनके करीबी लोगों को नहीं चुना जाने की मांग पहलवानों ने की है।
खेल मंत्री ने पहलवानों को आश्वासन दिया है कि 15 जून तक बृजभूषण सिंह के खिलाफ चार्जशीट दायर की जाएगी। भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के चुनाव 30 जून तक कराए जाएंगे। इसके साथ-साथ पहलवानों पर दर्ज केस वापस लिए जाएंगे। अब तक बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी पर अड़े पहलवानों ने खेल मंत्री से मिलने के बाद पहलवान 15 जून तक अपना आंदोलन टाल दिया है।
WFI में एक दशक से ज्यादा समय से बृजभूषण सिंह का कब्जा है। वह खुद अध्यक्ष थे। बृज भूषण के बेटे करण भूषण डब्ल्यूएफआई के उपाध्यक्ष थे। उनके दामाद विशाल सिंह बिहार कुश्ती संघ के अध्यक्ष हैं। डब्ल्यूएफआई के संयुक्त सचिव आदित्य प्रताप सिंह भी बृजभूषण के दामाद हैं। महिला पहलवानों के बृजभूषण पर यौन उत्पीड़न के आरोप लगाने के बाद WFI कौंसिल को सरपकार ने रद्द किया है।