दरअसल गोण्डा में शुक्रवार को आयोजित रेलवे के कार्यक्रम गोण्डा से बहराईच बड़ी लाईन के उद्घाटन के मौके पर रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा के साथ साथ कई भाजपा सांसद भी पहुंचे थे। इनमें बहराईच से भाजपा सांसद सावित्री बाई फुले भी शामिल थी, जिन्होंने कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से बात करते हुए राम मंदिर मुद्दे पर विवादित बयान देते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट का आदेश था कि साक्ष्य के आधार पर अयोध्या में मंदिर बनेगा, लेकिन खुदाई के बाद गौतमबुद्ध का अवशेष मिला, इसलिए साक्ष्य के आधार पर अयोध्या में गौतम बुद्ध की प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। मैं सड़क से लेकर सदन तक इसकी मांग करती हूं।
वहीं राकेश सिन्हा के राम मंदिर के पक्ष में एक बिल लाए जाने की बात पर अपना विरोध जताते हुए उन्होंने कहा कि गौतम बुद्ध की प्रतिमा स्थापित हो, मैं इसका समर्थन करती हूं। मैं तो कहती हूँ कि चाहे वो सासंद हो या विधायक हो, भारतीय संविधान के तहत जब देश चलता है, तो सबको संविधान के तहत चलना चाहिए।
आपको बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर मुद्दे पर फैसला जनवरी, 2019 तक टाल दिया है, जिससे देश के कई साधू संत निराश है। ऐसा में भाजपा लगातार राम मंदिर बनाने की ओर इशारा करते हुए उन सभी को रिझाने की कोशिश कर रही है, लेकिन भाजपा सांसद का उक्त बयान एक नए विवाद को खड़ा कर सकता है।