
परिवार के साथ मोहम्मद तारिक सिद्दीकी
यूपी एसटीएफ और बुलंदशहर पुलिस ने जिस कुख्यात बदमाश को मुठभेड़ में मार गिराया है। आज से 22 साल पहले डकैती के दौरान इसने एक ही परिवार के दो मासूम बच्चों समेत 6 लोगों की हत्या कर दिया था।
यूपी एसटीएफ और पुलिस के मुठभेड़ में मारे गए बदमाश साहब सिंह फिरोजाबाद के जसराना का रहने वाला है। इसके ऊपर लूट डकैती और हत्या के कई मामले दर्ज हैं। इस कुख्यात अपराधी पर बुलंदशहर में 25 हजार और गोंडा में 1 लाख रुपए का इनाम घोषित था। कुल मिलाकर सवा लाख के इनामी बदमाश हत्या और लूट की घटनाओं को अंजाम देता था।
22 साल पहले एक ही परिवार के 2 बच्चों समेत 6 लोगों की कर दी थी हत्या
गोंडा में 22 साल पहले नगर कोतवाली क्षेत्र में एक डकैती हुई थी। शातिर अपराधी साहब सिंह ने अपने साथियों के साथ मिलकर शहर के मेवातियान मोहल्ले के रहने वाले रेलवे के कांट्रेक्टर के घर 16-17 अगस्त 2001 की रात को डकैती डाली थी। इस वारदात में परिवार के 6 लोगों की निर्मम हत्या कर दी थी। मृतकों में दो मासूम बच्चे भी शामिल थे। जबकि डकैती की इस घटना में 7 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। पुलिस ने इस शातिर हत्यारे पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। सोमवार को हत्यारे के एनकाउंटर में मारे जाने की खबर जब पीड़ित परिजनों को मिली तो उनके चेहरे पर संतोष नजर आया।
जेवर और नगदी लूट ले गए थे बदमाश
रेलवे कांट्रेक्टर तारिक सिद्दीकी के घर डकैती में बदमाशों ने उनके पिता समेत 6 लोगों को मौत के घाट उतार दिया था। वारदात को अंजाम देने वाले बदमाशों ने लाखों रुपए की नकदी और जेवर लूट ले गए थे। पीड़ित की तरफ से 10 अज्ञात बदमाशों के खिलाफ नगर कोतवाली में डकैती और हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई गई थी।
गोंडा पुलिस ने मुठभेड़ में मारे गए बदमाश सहित 10 लोगों के खिलाफ दिया था चार्जशीट
नगर कोतवाली के तत्कालीन कोतवाल हीरा सिंह ने विवेचना कर फिरोजाबाद के रहने वाले शातिर बदमाश साहेब सिंह समेत 10 बदमाशों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी। पुलिस ने साहब सिंह पर 1 लाख का नगद इनाम घोषित कर रखा था।
परिजनों को एक बार फिर याद आ गया खौफनाक मंजर
शातिर बदमाश साहिब सिंह के मारे जाने की खबर सुनकर परिजन खुशी हो गए। लेकिन 22 साल पहले का दर्दनाक दृश्य एक बार फिर से तारिक की आंखों के सामने घूम गया। उन्होंने कहा कि उन्हें भरोसा था कि ईश्वर एक दिन न्याय जरूर करेगा। आज न्याय मिला है। इस बात की खुशी है।
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4 साल की रिफा को भी बदमाशों ने नहीं बख्शा था
22 साल पहले जब तारीख के घर डकैती पड़ी थी। उस समय उनके भाई की बेटी रिफा 4 साल की थी। बदमाशों ने उसे भी उठाकर पटक दिया था। जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गई थी। रिफा इस समय करीब 26 वर्ष की है।
रिफा बोली- मेरे परिवार का हत्यारा मारा गया मुझे खुशी है
डकैती की इस खौफनाक वारदात में घायल हुई रिफा का कहना है कि वारदात के वक्त वह महज 4 साल की थी। जब हत्यारों ने उसे मरणासन्न कर छोड़ दिया था। लेकिन ऊपर वाले की कृपा से हो जिंदा बच गई। परिजन तो उसके जिंदा बचने पर भरोसा ही नहीं कर रहे थे। लेकिन चाचा के प्रयास से वह आज भी जीवित है। हादसे में अपने मां-बाप और छोटे भाई को खो चुकी रिफा ने कहा कि आज जब उसके परिवार का हत्यारा साहब सिंह मारा गया है। तो उसे खुशी मिली है।
Published on:
20 Feb 2023 06:09 pm
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