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Winter Vacation 2025: शीतकालीन अवकाश को लेकर बड़ा फैसला, इस दिन से बंद रहेंगे सभी स्कूल

UP Winter Vacation 2025: उत्तर प्रदेश में तेज होती ठंड के बीच स्कूली बच्चों को बड़ी राहत मिली है। शिक्षा विभाग ने शीतकालीन अवकाश को लेकर अहम आदेश जारी किया है। जानिए स्कूल कब से बंद होंगे। और छुट्टियां कितने दिनों तक चलेंगी।

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सांकेतिक फोटो सोर्स पत्रिका

सांकेतिक फोटो सोर्स पत्रिका

UP Winter Vacation 2025: उत्तर प्रदेश में सर्दी के बढ़ते असर को देखते हुए माध्यमिक शिक्षा विभाग ने शीतकालीन अवकाश को लेकर अहम संकेत दिए हैं। विभागीय कैलेंडर और प्रशासनिक सूचनाओं के अनुसार दिसंबर के आखिरी दिनों तक स्कूलों में पढ़ाई स्थगित रह सकती है। हालांकि जिलों में हालात के हिसाब से बदलाव संभव है।

माध्यमिक शिक्षा विभाग की ओर से जारी वार्षिक शैक्षणिक कैलेंडर और अधिकारियों से मिली जानकारी के मुताबिक, उत्तर प्रदेश के सरकारी और निजी स्कूलों में 20 दिसंबर से 31 दिसंबर 2025 तक सर्दियों की छुट्टियां रहने की संभावना है। इस तरह छात्रों को करीब 12 दिनों का विंटर वेकेशन मिल सकता है। इन छुट्टियों के साथ ही साल 2025 का शैक्षणिक सत्र दिसंबर के भीतर ही समाप्त हो जाएगा। और नए साल की शुरुआत में स्कूलों के दोबारा खुलने की उम्मीद है।

क्रिसमस सहित पड़ रही कई छुट्टियां

दिसंबर महीने में पहले से ही कई अवकाश शामिल हैं। इस दौरान चार रविवार पड़ रहे हैं। जिनमें से दो रविवार पहले ही निकल चुके हैं। 21 दिसंबर 2025 को तीसरा रविवार होगा। जिस दिन सार्वजनिक अवकाश रहेगा। इसके अलावा 25 दिसंबर को क्रिसमस का त्योहार है। जिस पर पूरे प्रदेश में स्कूल बंद रहेंगे। महीने का आखिरी रविवार 28 दिसंबर को पड़ेगा, जिससे छात्रों को अतिरिक्त राहत मिलेगी।

हालांकि ठंड की तीव्रता को देखते हुए छुट्टियों की अवधि बढ़ाने या घटाने का फैसला जिला प्रशासन के हाथ में रहेगा। शासन स्तर पर 31 दिसंबर तक अवकाश की बात कही गई है। लेकिन यदि तापमान और गिरता है तो जिलाधिकारी अपने-अपने जिलों में अलग से आदेश जारी कर सकते हैं।

इन शहरों में ऑनलाइन कक्षाएं चलाने के निर्देश

वहीं नोएडा और गाजियाबाद में स्थिति कुछ अलग बनी हुई है। यहां सर्दी के साथ-साथ वायु प्रदूषण भी बड़ी समस्या बना हुआ है। खराब एयर क्वालिटी के कारण प्रशासन ने ऑफलाइन पढ़ाई पर रोक लगाते हुए अधिकतर कक्षाओं को ऑनलाइन मोड में संचालित करने के निर्देश दिए हैं। बोर्ड परीक्षाओं से जुड़ी कक्षाओं को छोड़कर बाकी छात्रों की पढ़ाई फिलहाल ऑनलाइन ही कराई जा रही है। इस तरह प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों में हालात के अनुसार स्कूलों के संचालन पर फैसले लिए जा रहे हैं।