रविवार को फिल्म जिला गोरखपुर के बारे में हो रही चर्चाओं के संबंध में हकीकत जानने के लिए पत्रिका ने इस फिल्म के प्रोड्यूसर विनोद तिवारी से बातचीत की। विनोद तिवारी ने फिल्म के बारे में विस्तार से बताया। पत्रिका से बातचीत करते हुए विनोद तिवारी ने साफ तौर पर खारिज किया कि यह फिल्म योगी आदित्यनाथ की बायोपिक है। उन्होंने कहा कि बायोपिक बनाने के लिए उस व्यक्ति की इजाजत ली जाती है, बिना इजाजत के कोई बायोपिक नहीं बनाई जाती और फिल्म के संबंध में उनकी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से बातचीत ही नहीं हुई। वह कहते हैं कि इस फिल्म को विवादित करने के लिए कुछ लोग अफवाह फैला रहे हैं और बिना सोचे-समझे जाने लिखे जा रहे हैं। मूलरूप से मध्यप्रदेश के भोपाल के रहने वाले और इस समय मुंबई में बसे फिल्म प्रोड्यूसर विनोद तिवारी ने बताया कि यह फिल्म देश के मौजूं सब्जेक्ट पर है। माॅब लिचिंग इस वक्त सबसे अधिक बढ़ा है। यह फिल्म का हिस्सा होगा। इसके अलावा कई ऐसे सब्जेक्ट हैं जो देश को दहला दिए थे उसको भी फिल्म का हिस्सा बनाया गया है। फिलहाल फिल्म की स्क्रीप्ट पर परदा रखते हुए विनोद तिवारी यह बताते हैं कि इस फिल्म में योगी आदित्यनाथ के जीवन से जुड़े कुछ हिस्से जरूर फिल्माएं जाएंगे। वह बताते हैं कि पूरी फिल्म को यूपी में ही शूट किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्टारकास्ट और अन्य मसलों पर काम चल रहा है। लेकिन वह इतना जरूर कहते हैं कि जिला गोरखपुर का गोरखपुर से भी संबंध हैं लेकिन यह फिल्म पूरी तरह से कमर्शियल फिल्म होगी। उन्होंने कहा कि पोस्टर में जो कैरेक्टर दिख रहा उसका योगी आदित्यनाथ से दूर-दूर का भी संबंध नहीं है।
बता दें कि नास्ट्रम एंटरटेनमेंट के बैनर तले फिल्म जिला गोरखपुर को बनाया जा रहा है। इस फिल्म को विनोद तिवारी प्रोड्यूस कर रहे हैं। दो दिन पहले इसका फस्र्ट लुक पोस्टर जारी किया गया। इस पोस्टर में एक भगवाधारी को हाथों में पिस्टल लिए दिखाया गया है। एक शहर को उंचाई से देख रहे संत के पास एक गाय भी बैैठी हुई दिख रही है।