गोरखपुर

राष्ट्रपति दौरे की तैयारियों का निरीक्षण किए सांसद रवि किशन शुक्ला, बोले…मोदी-योगी युग की उपलब्धियों को गोरखपुर बना रहा है जीवंत उदाहरण

राष्ट्रपति के आगमन पर रवि किशन ने गोरखपुरवासियों से अपील की कि वे इस ऐतिहासिक अवसर पर अनुशासन, गरिमा और सकारात्मकता के साथ सहभागी बनें।

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Jun 29, 2025

गोरखपुर सांसद रवि किशन शुक्ला ने आज गोरखपुर में देश की महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जी के 30 जून को होने वाले ऐतिहासिक दौरे के क्रम में एम्स गोरखपुर और महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय में प्रस्तावित कार्यक्रम स्थलों का निरीक्षण किया।

सांसद रविकिशन ने व्यवस्थाओं की समीक्षा की

उन्होंने गहन स्थलीय मुआयना करते हुए कार्यक्रम की व्यवस्थाओं, सुरक्षा, जन सुविधा, मीडिया कवरेज और अतिथि सत्कार से जुड़ी तैयारियों की बारीकियों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान गोरखपुर मंडल के आयुक्त, जिलाधिकारी, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एम्स निदेशक एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।

गोरखपुर के विकास को जीवंत होता दिखेंगी

सांसद ने कहा कि 30 जून को गोरखपुर में भारत की राष्ट्रपति का स्वागत होना, इस क्षेत्र के लिए एक गौरवपूर्ण और ऐतिहासिक क्षण है। यह हम सभी के लिए सम्मान का विषय है कि महामहिम राष्ट्रपति यहां आकर जनपद की विकासगाथा का साक्षात अनुभव करेंगी।

भव्य आयोजन में कोई कोर कसर नहीं छोड़ा जाएगा

रवि किशन ने कहा कि एम्स गोरखपुर में आयोजित होने वाले पहले दीक्षांत समारोह, तथा गोरखनाथ मंदिर में रात्रि भोज और अगले दिन आयुष विश्वविद्यालय के उद्घाटन समारोह को लेकर तैयारियां उच्च स्तर पर चल रही हैं। गोरखपुर प्रशासन और जनप्रतिनिधि मिलकर इस भव्य आयोजन को गरिमामयी स्वरूप देने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे।

मोदी-योगी के नेतृत्व में यह हो सका संभव

रवि किशन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा यह सब कुछ हमारे जनप्रिय प्रधानमंत्री और हमारे अपने मुख्यमंत्री योगी की दूरदर्शी योजनाओं और मजबूत इच्छाशक्ति का परिणाम है। गोरखपुर आज चिकित्सा, शिक्षा, योग, संस्कृति और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में जो प्रगति कर रहा है, वह पूरे देश में मिसाल बन रहा है।"

निरीक्षण के दौरान सांसद रवि किशन ने विशेष रूप से कहा कि महायोगी गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय आने वाले समय में गोरखपुर को आयुर्वेद, योग, यूनानी, सिद्ध और होम्योपैथी चिकित्सा पद्धतियों के क्षेत्र में वैश्विक पहचान दिलाएगा। यह संस्थान स्वास्थ्य और भारतीय सांस्कृतिक मूल्यों का संगम बनेगा।

Published on:
29 Jun 2025 07:37 pm
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