
गोरखपुर रेलवे स्टेशन पर शनिवार को उस समय हड़कंप मच गया जब भगदड़ मचने की अफवाह फैल गई ,चंद मिनटों में ही सायरन बजाती एम्बुलेंस और आपदा प्रबंधन की गाड़ियां और नागरिक सुरक्षा कोर के लोग स्टेशन पर एक्टिव हो गए। बाद में पता चला कि रेलवे और आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा आयोजित मॉक ड्रिल का हिस्सा था।
खिचड़ी मेला और महाकुंभ को देखते हुए गोरखपुर स्टेशन पर हजारों यात्रियों की आवाजाही बनी रहेगी। इसको देखते हुए आपदा की स्थिति से निपटने के लिए रेलवे और जिला प्रशासन ने यह मॉक ड्रिल आयोजित की। मॉक ड्रिल का उद्देश्य आपात स्थिति में विभागों के बीच तालमेल और बचाव कार्य की तत्परता का आकलन करना था।
जिला आपदा विशेषज्ञ गौतम गुप्ता ने बताया कि आज सुबह स्टेशन पर भगदड़ की सूचना प्रसारित की गई थी। सूचना मिलते ही इसके बाद आपदा विभाग और रेलवे की टीमें तत्काल एक्टिव हो गईं। मॉक ड्रिल का मुख्य उद्वेश्य घायल हुए यात्रियों को फौरी चिकित्सा उपलब्ध करना है।ड्रिल के दौरान रेलवे की दुर्घटना सहायता यान भी स्टेशन पहुंची। यान में मौजूद सभी उपकरणों की जांच की गई और यह देखा गया कि जरूरत पड़ने पर उनका इस्तेमाल कैसे किया जा सकता है। मॉक ड्रिल के बाद अधिकारियों ने राहत की सांस ली। प्रशासन का कहना है कि भविष्य में भी इस तरह के अभ्यास किए जाएंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके।
Published on:
04 Jan 2025 06:46 pm
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