
यूपी पुलिस का अमानवीय चेहरा फिर सामने आया है। विकलांग युवक को थाने बुलाकर जूतों से पिटाई करने का मामला प्रकाश में आया है। विद्रुप यह कि इस घटना से क्षुब्ध विकलांग ने पेट्रोल छिड़ककर आत्महत्या कर लिया। युवक की मौत के बाद आनन फानन में एसपी महराजगंज ने आरोपी दरोगा को लाइन हाजिर करते हुए सीओ को जांच सौंपी है। पुलिस ने विकलांग के भाई की तहरीर पर चार लोगों के खिलाफ केस भी दर्ज किया है।
महराजगंज के निचलौल क्षेत्र के शीतलापुर गांव के किसुनपुर टोला के रहने वाले विकलांग युवक जगन्नाथ उपाध्याय का गांव की ही एक महिला से विवाद हो गया। सोमवार को दोनों पक्ष थाने पहुंचे। विकलांग के भाई अमरनाथ का आरोप है कि दोनों पक्षों को शीतलापुर चैकी के प्रभारी भगवान बक्श सिंह ने बुलाया था। दरोगा भगवान बक्श सिंह ने जगन्नाथ की परिसर में जूते से पिटाई कर दी। पीड़ित पक्ष का कहना है कि इस घटना से क्षुब्ध होकर जगन्नाथ घर पहुंचा और अपने ऊपर पेट्रोल डालकर आग लगा लिया। हालत गंभीर होने के कारण उसे मेडिकल कालेज गोरखपुर रेफर कर दिया गया। मंगलवार की भोर में उसकी मौत हो गई।
Read this also: गोरखपुर में बवाल के दौरान नुकसान की भरपाई के लिए आंकलन
मौत के बाद मामला गरमाया तो एसपी रोहित सिंह सजवान ने आरोपी दारोगा भगवान बक्श सिंह को लाइन हाजिर कर दिया है। पीड़ित पक्ष की तहरीर मिलने के बाद महिला शीला देवी समेत चार लोगों रामदरस, गिलासी व अविनाश के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अधीक्षक ने पूरे प्रकरण की जांच सीओ निचलौल रणविजय सिंह को सौंपते हुए तीन दिनों के अंदर रिपोर्ट तलब की है।
Published on:
24 Dec 2019 08:30 pm
बड़ी खबरें
View Allगोरखपुर
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
