10 दिसंबर 2025,

बुधवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

यमुना एक्सप्रेस-वे पर हो चुके हैं 4 हजार से ज्यादा सड़क हादसे, हादसों की ये है मुख्य वजह

हाईस्पीड की वजह से होते हैं हादसे  

3 min read
Google source verification
greater noida

ग्रेटर नोएडा.यमुना एक्सप्रेस-वे पर एक बार फिर अलग-अलग एरिया में 2 सड़क हादसे हुए। इन सड़क हादसों में 5 की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए। मृतकों में तीन एम्स अस्पताल के डॉक्टर भी है। पहला हादसा ग्रेटर नोएडा के दनकौर स्थित सलारपुर अंडरपास के पास हुआ। एक रोडवेज बस फेसिंग को तोड़कर एक्सप्रेस-वे से नीचे जा गिरी। पुलिस की माने तो बस हाईस्पीड में चल रही थी। बस के ड्राइवर को झपकी लग गई। जिसकी वजह से एक बड़ा हादसा हो गया। बस एक्सप्रेस-वे से नीचे जा गिरी। इस हादसे में 2 की मौत हो गई, जबकि 24 लोग घायल हो गए।

यह भी पढ़ें: यमुना एक्‍सप्रेस-वे: दो बड़े हादसों में तीन डॉक्‍टरों समेत पांच की मौत, खंभों को तोड़ते हुए हाईवे से नीचे गिरी रोडवेज बस

दूसरा हादसा मथुरा के सुरीर कोतवाली एरिया मेंं हुआ। पुलिस ने बताया कि एक इनोवा कार कंटेनर से जा टकराई। हादसे की वजह हाईस्पीड बताई गई है। इनोवा कार हाईस्पीड में चल रही थी। इस सड़क हादसे में एम्स अस्पताल के तीन डॉक्टरों की मौके पर मौत हो गई। यमुना एक्सप्रेस-वे पर आए दिन सड़क हादसे होते है। आंकडों के अनुसार इस एक्सप्रेस-वे पर अभी 2012 से 2018 तक करीब 4800 सड़क हादसे हो चुके है। इनमें 8 हजार से ज्यादा लोग घायल हुए है। वहीं 710 लोगों की जान गई है।

यह भी पढ़ें: शर्मनाक! सड़क पर पड़े मृतक और तड़प रहे घायलों के गहने ले गए लोग

प्रशासन भी उठा रहा है ठोस कदम

यमुना एक्सप्रेस-वे पर हाईस्पीड में चलने वाले वाहनों के खिलाफ प्रशासन भी ठोस कदम उठा रहा है। एक तरफ जहां प्रशासन की तरफ से चालान काटे जा रहे है, वहीं ड्राइविंग लाईसेंस भी निरस्त किए जा रहे है। प्रशासन की तरफ से कार्रवाई के दौरान 5 लाख 55 हजार वाहन चालकों को ट्रैफिक नियमों का दोषी पाया गया है। अफसरों की माने तो करीब डेढ़ 245 वाहनों चालकों को 4 से अधिक बार नोटिस भेजा जा चुका है। वहीं 160 वाहन चालकों के ड्राइविंग लाईसेंस सस्पेंड किए जा चुके है।

कोहरा में हो जाता है और भी खतरनाक

यमुना एक्सप्रेस-वे पर आए दिन हादसे होते है। जिनमें लोग अपनी जान गवां रहे है। कोहरे के दौरान एक्सप्रेस—वे पर चलना खतरनाक होता है। दरअसल में सर्दी के मौसम में कोहरा के दौरान हादसों की संख्या में इजाफा होता है। दरअसल में यमुना एक्सप्रेस-वे एरिया के आस-पास खेती की जमीन है। यहां सर्दी के मौसम में कोहरा अधिक होता है। कोहरा की वजह सेे हादसे होते है।

सफर के दौरान बरतें सावधानी

यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर के दौरान सावधानी बरतने की जरुरत है। वाहन चलाते समय हाईस्पीड और ओवरटेकिंग से बचे। स्पीड लिमिट का ध्यान रखने की आवश्यकता है। स्पीड की वजह से एक तरफ जहां खुद की जिदंगी को खतरे में डालते है, वहीं दूसरे की भी। सर्दी के मौसम में कोहरा होता है। कोहरे के दौरान गाडी में फॉग लाइट जरुर लगवाएं। साथ ही चारों पार्किग लाइट जला दें। आगे पीछे के वाहनों पर नजर रखे। दूसरे वाहनों को नोटिस करने के लिए साइड मिरर को बार-बार देखते रहे।

क्या कहते है अफसर

डीएम बीएन सिंह ने बताया कि जेपी ग्रुप को ड्राइवरों को जागरुक करने के लिए निर्देश दिए हुए है। इस दौरान जीरो प्वाइंट और टोल पर स्पीड के प्रति लोगोंं को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से भी लगातार हाईस्पीड में चलने वालों पर नकेल कसी जा रहा है। जेेवर से लेकर जीरो प्वाइंट पर पुलिस वाहना चालकों पर नजर रखे हुए है। उन्होंने बताया कि ओवरस्पीड पर चलने वाले वाहन चालकों के लगातार लाईसेंस निरस्त किए जा रहे है। तीसरी बार ओवरस्पीड का दोषी पाए जाने पर लाईसेेंस सस्पेंड किए जा रहे है।

स्पीड लिमिट का उल्लघंन करने वाले वाहनों की संख्या

अप्रैल से सिंतबर 2017 तक

अप्रैल------------156200
मई--------------172287
जून--------------133590
जुलाई------------38788
अगस्त-----------5340
सितंबर-----------18812

यह भी पढ़ें: यूपी के इस शहर में लोगों को रोजगार के साथ मिलेगा बेहतर इलाज, जानिए कैसे