
ग्रेटर नोएडा. काले धन पर लगाम लगाने के लिए की गई नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था जहां गर्त में जा रही है। वहीं, गलत तरीके से घरों में जमा किए गए पुराने नोट के घनकुबेर अब तक पुराने नोटों की गड्डी अपने घरों में रखे हुए हैं। ऐसा ही एक मामला उत्तर प्रदेश के ग्रेटर नोएडा से सामने आया है। ग्रेटर नोएडा में तकरीबन 4 चार लाख रुपये की 500 और 1000 रुपए के पुरानी करेंसी बरामद हुई है। सूचना के मुताबिक, करीब 4 लाख रुपये के पुराने नोटों के साथ ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के बाबू रविंद्र को गिरफ्तार किया गया है। बीटा दो कोतवाली पुलिस ने चार लाख रुपये की पुरानी करेंसी के साथ एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज कर पुलिस जांच में जुट गई है। आरोपित ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण में बाबू के पद पर तैनात है। गौरतलब है कि यादव सिंह प्रकरण में भी इस बाबू से केंद्रीय जांच एजेंसी ने पूछताछ की थी।
जांच में जुटी पुलिस को उम्मीद है कि आरोपी बाबू के पास और भी पुराने नोट हो सकते हैं। बताया जाता है कि पुलिस को सूत्रों से सूचना मिली थी कि नोएडा प्राधिकरण में तैनात बाबू रविंद्र के पास लगभग चार लाख रुपये की पुरानी करेंसी मौजूद है, जिसके बाद पुलिस ने आरोपी बाबू के घर पर दबिश दी। इस दौरान जांच के दौरान पुलिस ने नोट बरामद कर लिए। नोट कहां से आए थे और बाबू ने यह नोट अभी तक अपने पास क्यों रखे थे? साथ ही इससे संबंधित प्रश्नों के जवाब जानने के लिए पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है।
गौरतलब है कि आरोपित बाबू का संपर्क यादव सिंह से रहा है। यादव सिंह मामले की जांच सीबीआई कर रही है। सीबीआई ने यादव सिंह मामले में पूर्व में बाबू को हिरासत में लेकर पूछताछ की थी। लेकिन कोई ठोस मामला निकलकर नहीं आया था। संभावना जताई जा रही है बाबू ने पूर्व में घूस के रूप में यह रकम ली होगी। आरोपित के पास से चार लाख रुपए मिलने की जानकारी पुलिस ने सीबीआई को भी देगी। बताया जा रहा है कि जल्द ही पुलिस इस पूरे मामले का खुलासा मीडिया के सामने करेगी।
Published on:
22 Feb 2020 01:58 pm
बड़ी खबरें
View Allग्रेटर नोएडा
उत्तर प्रदेश
ट्रेंडिंग
