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हंसती-खेलती 14 माह की पंखुड़ी के ऊपर अचानक गिर गया टनों मलबा, दादा बोले- मैं हूं हत्यारा शाहबेरी में पिछले कुछ सालों से यह मौत का खेल खेला जा रहा था। पूरे मामले में ग्रेनो अथॉरिटी, जिला प्रशासन व पंचायत विभाग और पुलिस की संलिप्ता सामने आई है। यहां बगैर नक्शा पास किए गए है कि उंची—उंची इमारतें बना दी गई। बिल्डिंग निर्माण के मानकों की जांच नहीं की जा रही थी। आरोप है कि इसकी वजह से 17 जुलाई को 2 बिल्डिंग जमींदोज हो गई। एक बिल्डिंग में 14 जुलाई को एक परिवार शिफ्ट हो गया था। हादसे में परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई। वहीं निर्माणधीन बिल्डिंग में कई मजदूर दब गए। इनमें से 5 का शव एनडीआरएफ बरामद कर चुका है।
अवैध बिल्डिंग बने होने की वजह से अथॉरिटी नहीं दे पाई ले आउट प्लान हादसे केे बाद में कई खामियां सामने आई है। एनडीआरएफ ने मौके पर पहुंचने के बाद ही बिल्डिंग का ले आउट प्लान मांगा है। एनडीआरएफ की 8वीं बटालियन के कमांडेंट पीके श्रीवास्तव ने बताया कि ग्रेनो अथॉरिटी से बिल्डिंग का ले आउट प्लान मांगा गया था, ताकि जल्द आॅपरेशन खत्म हो किया जा सका। एक तरफ जहां ले आउट प्लान नहीं मिला है, वहीं बिल्डिंग में परिवार के रहने की भी डिलेंल उपलब्ध नहीं कराई गई। उन्होंने बताया कि पूरी टीम ने अंदाजे से काम करती रहीं। यहां तक की मिट्टी में नक्शा बनाकर फंसे फैमली तक एनडीआरएफ की टीम पहुंची थी।
सड़क पर गुजर रही है रातें शाहबेरी में अभी दर्जनों ऐसी बिल्डिंग है, जो धराशाई होने की कगार पर है। बताया गया है कि जो बिल्डिंग गिरी है, उससे 2 गली छोड़कर एक बिल्डर ने 6 मंजिला में 46 अवैध फ्लैट बना है। आरोप है कि बिल्डिंग निर्माण में घटिया सामग्री का यूज किया गया है। पिलर हल्केहै और लेंटर में ढाई सूत का सरिया यूज किया गया है। कमजोर बुनियाद होने की वजह से बिल्डिंग 4 ईंच जमीन में धस गई है। यहां और भी कई बिल्डिंग धराशाई होने की कगार पर है। इनमें से अधिकतर बिल्डिंग का निर्माण धराशाई हुए बिल्डर ने तैयार की थी। तैयार बिल्डिंग में रहने वाले लोगों को खुद की जिंदगी का भी डर सता रहा है। वहीं उसके आस—पास रहने वालों को भी।
शिकायत करने के बाद भी नहीं हुई कार्रवाई बिल्डिंग में घटिया मेटेरियल के यूज की शिकायत पहले भी लोग कर चुके है। आरोप है कि उनकी शिकायत करने के बाद भी प्रशासन हरकत में नहीं आया। उनपर ही उलटा शिकायत लेने का दवाब प्रशासन और पुलिस ने बनाया था। प्रेमदत्त शर्मा, संदीप, जावेद आदि ने बताया कि प्रशासन से अवैध निर्माण की शिकायत दी थी। पीड़ितो की माने तो लेकिन ठंडे बस्ते में डाल दी गई। उन्होंने बताया कि आस—पास भी कई अवैध बिल्डिंग बन चुकी है। ये कभी गिर सकती है। उन्होंने बताया कि अवैध बिल्डिंगों में बेसमेंट भी बनाए गए है। बेसमेंट बनाने के लिए प्रशासन से अनुमत्ति नहीं ली गई। इसकी वजह से उनके मकान में दरार आ गई है। उन्होंने बताया कि जिसकी वजह से परिवार के लोग घर के बाहर सोने को मजबूर है।
बदबू लगी फैलने शाहबेरी में धराशाई हुई बिल्डिंग से अभी तक 9 शव बरामद किए जा चुके है। 60 घंटे बाद भी रेस्क्यू जारी है। घटना के बाद में अब मौके से बदबू फैलने लगी है। माना जा रहा है कि बिल्डिंग में अभी भी लोग फंसे हो सकते है। जिसकी वजह से बदबू फैलने लगी है। आस-पास के लोगों को बदबू की वजह से काफी दिक्कतें उठानी पड़ रही है। आस-पास रहने वालों की माने तो मौके से काफी बदबू आ रही है। यहां रहना दुश्वार है। यहां बीमारी फैलने का खतरा बढ गया है। सीएमओ डॉक्टर अनुराग भॉर्गव ने बताया कि मौके पर एंटी इंफेक्शन स्प्रे का छिड़काव कराया जा रहा है। इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाएगा।