यह भी पढ़ें
एयर टिकट देकर करते थे ऐसा काम , पुलिस ने किया मास्टर माइंड को गिरफ्तार करप्शन फ्री इंडिया संगठन के संस्थापक व सत्याग्रह राष्ट्रीय समन्वय समिति के सदस्य प्रवीण भारतीय ने बताया कि 23 मार्च को अन्ना हजारे एक बार फिर से सत्याग्रह आंदोलन करने जा रहे है। इस दौरान किसानों के साथ अन्य मुद्दे भी उठाएं जाएंगे। दरअसल में देशभर में किसान परेशान है। केंद्र और राज्य सरकार किसान हित को ध्यान नहीं रख रहे है। जिसकी वजह से किसानों पर आर्थिक बोझ बढ़ रहा है। देश के किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। प्रवीण भारतीय ने कहा कि देश में भ्रष्टाचार व्याप्त है। सभी राजनीतिक दल सत्ता मोह में जुटे रहते है। पार्टी फंड के नाम पर खुलकर नेता घालमेल कर रहे है, लेकिन जनता का दर्द कोई सुनने को तैयार नहीं है। किसानों की जमीन को कौड़ियों के भाव लेकर सरकार करोड़ों कमाती है। बड़े-बड़े बिजनेसमैन को जमीन बेची जाती है। किसानों की जमीन में लगने वाली बड़ी-बड़ी कंपिनयों में जॉब तक नहीं दी जाती हैे। यह भी पढ़ें
VIDEO: इस सुपरहिट मूवी में काम कर चुकी यह लड़की नहीं बनना चाहती बॉलीवुड की टॉप एक्ट्रेस, जानिए क्यों? प्रवीण भारतीय ने बताया कि अन्ना सत्याग्रह आंदोलन में शामिल करने के लिए स्टूडेंट्स को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि ग्रेटर नोएडा में देश के कोने से कोने से आकर हर साल लाखों छात्र करियर संवारते है। उन्होंने बताया कि छात्रओं का अच्छा रेस्पांस मिल रहा है। आंदोलन में लाखों स्टूडेंट्स हिस्सा लेंगे। ऐसे में पीएम मोदी का पकौड़ा बेचने को रोजगार बताना भारी पड़ सकता है। उन्होंने बताया कि इस दौरान केंद्र सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला जाएगा। अन्ना हजारे ने अरविंद केजरीवाल जैसे नेता दिए है। वहीं अन्ना हजारे की भूख हड़ताल की वजह यूपीए सरकार भी हिल गई थी। अब दौबारा से अन्ना हजारे सत्याग्रह आंदोलन के जरिए दिल्ली मेंं हुंकार भरने जा रहे है। प्रवीण भारतीय की माने तो सत्याग्रह आंदोलन में देशभर से लाखों लोगों की भीड़ इक्टठा होगी।