UPSC Topper Ishita Kishore: अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए इशिता किशोर ने कहा, “मैं खुद अपने रिजल्ट को लेकर खुद हैरान हूं। कभी नहीं सोचा था रिजल्ट ये होगा।”
UPSC Topper Ishita Kishore: हर साल यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा के नतीजे आते हैं और इसके साथ ही सामने आते है संघर्ष, लगन और प्रतिभा के नए किस्से। हर साल इस परीक्षा को टॉप करने वाले लोग और उनकी कहानियां सिविल सेवा की तैयारी करने वाले छात्रों के लिए प्रेरणा बन जाती हैं। वहीं, इस बार पटना की इशिता किशोर ने अपने रिजल्ट के बाद बताया कि वह कैसा महसूस कर रही हैं।
टॉप करने की बात नहीं सोची थी
अपनी सफलता के बारे में बात करते हुए इशिता किशोर ने कहा कि मैं अपने रिजल्ट को लेकर खुद हैरान हूं। मुझे ये तो भरोसा था कि इस बार मैं सफल हो जाऊंगी लेकिन टॉप करने की बात नहीं सोची थी। इशिता का यह तीसरा प्रयास था। पहले दो प्रयास में उन्हें पीटी में ही सफलता नहीं मिली थी।
पिछले दो प्रयास में असफल होने के बावजूद उन्होंने उम्मीद नहीं छोड़ी और तीसरे प्रयास में इशिता ने यूपीएसएसी परीक्षा में टॉप किया है। इशिता ने अपनी सफलता का श्रेय अपने परिवार को दिया। उन्होंने कहा कि मेरी मां ने मुझे लगातार सपोर्ट किया है और मेरा भाई मेरी स्ट्रेंथ रहा है।
हमेशा खुद को बेहतर तरीके से एक्सप्रेस करना चाहती हूं- इशिता
इशिता ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के श्रीराम कॉलेज ऑफ़ कॉमर्स से अर्थशास्त्र में बीए ऑनर्स किया है। लेकिन सिविल सेवा परीक्षा में उनका विषय राजनीति शास्त्र और अंतरराष्ट्रीय था। ये विषय उन्होंने क्यों चुना इस पर उन्होंने बताया, “राजनीति शास्त्र ग्रैजुएशन में मेरा एक विषय था।”
इशिता ने आगे बताया, “मुझे इस विषय के बारे में थोड़ा आइडिया तो पहले से था। मुझे लगा कि राजनीति शास्त्र एक ऐसा विषय है। जिसमें मैं ख़ुद को बेहतर तरीके से एक्सप्रेस कर सकती हूं और अंतरराष्ट्रीय संबंध समकालीन विषय है, मुझे लगा कि ये विषय मेरे लिए अर्थशास्त्र से बेहतर होगा। मैंने बहुत सोच समझकर अपने मज़बूत पक्ष का इस्तेमाल करने का फ़ैसला लिया ”
मैं नहीं जानती थी कि मुझे किस टाइप की नौकरी करनी है
बता दें, इशिता ने ग्रैजुएशन के बाद दो साल तक अर्न्स्ट एंड यंग कंपनी में बतौर रिस्क एनालिस्ट काम कियाहै। इसके बाद उन्होंने नौकरी छोड़ कर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फ़ैसला किया। ये फ़ैसला लेने के पीछे की वजह बताते हुए इशिता ने बताया, “ मुझे हमेशा से पता था कि मुझे नौकरी करनी है, लेकिन किस टाइप की नौकरी करनी है मुझे ये तय करना था।
मेरे पास बहुत सारे विकल्प थे- एमबीए करूं, मास्टर्स करूं या सिविल सेवा में जाऊं। फिर मैंने सिविल सेवा के बारे में सोचा क्योंकि यहां आपको देश के लिए कुछ करने का मौका मिलता है। मैं एयरफ़ोर्स बैकग्राउंड वाले परिवार से आती हूं तो मेरे अंदर हमेशा ही ये भाव रहा है कि मुझे देश के लिए कुछ करना है और उसके लिए सिविल सेवा ही सही प्लेटफ़ॉर्म है। ये फैसला मैंने अचानक नहीं लिया बल्कि सोच समझ कर तय किया” पर इसके बावजूद में हैरान भी हूं और खुश भी, क्योकि जो आपने न सोचा हो वो मिल जाए, तो पूरी जिंदगी बदल जाती है।