
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को मस्कट में पहले शिवमंदिर पहुंचे और भगवान शिव की पूजा की। उसके बाद पीएम वहां की सबसे बड़ी मस्जिद सुल्तान कबूस मस्जिद भी गए। अंत में पीएम तीन खाड़ी देशों का दौरा खत्म कर स्वदेश रवाना हो गए। शिव मंदिर में उन्होंने भगवान शिव को दूध भी चढ़ाया और सबकी भलार्इ के लिए उनसे दुआएं मांगी। मंदिर के पुजारियों सहित भारतीयों से भी खुलकर मिले। यह शिव मंदिर 200 साल पुराना है। इस मंदिर को मस्कट में मोतीश्वर मंदिर के नाम से जाना जाता है। इसे गुजरात के कारोबारियों ने बनाया है। यह सीब एयरपोर्ट से 35 किलोमीटर दूर है। इस मंदिर को 1999 में नया रूप दिया गया था। इससे पहले पीएम ने यहां डिप्टी पीएम सैयद असद बिन अल-सैद और बड़े बिजनेस सीईओज से मुलाकात की। मोदी ने सैयद असद से इंटरनेशनल रिलेशन और कोऑपरेशन के मसलों पर चर्चा की। रविवार को दोनों देशों के बीच टूरिज्म और मिलिट्री को-ऑपरेशन समेत आठ समझौते हुए। रविवार को ही मोदी ने अबू धाबी में वहां के पहले हिंदू मंदिर की नींव रखी थी।
इससे पहले खाड़ी देशों की यात्रा के अंतिम पड़ाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार शाम को यूएई से ओमान पहुंचे। सोमवार को वह मस्कट में भारत-ओमान बिजनेस मीट में हिस्सा लेंगे। ओमान में मोदी 109 साल पुराने शिवालय में दर्शन करेंगे और मस्जिद पहुंचकर सभी के लिए दुआ मांगेंगे। पीएम भारत और ओमान के बीच अंतरराष्ट्रीय संबंध और सहयोग के मामलों को लेकर उप प्रधानमंत्री एचएच सेयद असद बिन तारीक से मुलाकात करेंगे। उसके बाद पीएम मस्कट में स्थित सुल्तान कबूस मस्जिद जाएंगे।
करीबी सामरिक संबंध
इसके पहले पीएम मोदी ने रविवार शाम को ओमान के सुल्तान कबूस बिन से मुलाकात की। दोनों नेताओं ने द्विपक्षीय मुद्दों पर बात की। इस दौरान दोनों देशों के बीच रक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में सहयोग सहित 8 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए। आपको बता दूं कि भारत और ओमान के बीच काफी करीबी सामरिक संबंध है। दोनों देशों की सेनाओं के बीच अभ्यास भी हुए हैं। ओमान भारतीय जहाजों को सुविधाएं प्रदान करता है। हमारे एयरोप्लेन को रिफ्यूलिंग की सुविधा भी देता है।
ओमान में भारत के लाखों राष्ट्रदूत
पीएम मोदी ने रविवार को मस्कट के सुल्तान कबूस स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। देश की तीन भाषाओं मे लोगों को नमस्कार करने के बाद पीएम ने कहा कि सरकार की तरफ से तो एक राजदूत होता है, लेकिन देश की तरफ से लाखों राष्ट्रदूत ओमान में बैठे हैं। उन्होंने कहा कि देश ने जिन आशाओं और अपेक्षाओं के साथ मुझे पीएम बनाया है, उसे कभी खरोंच नहीं आने दूंगा। न्यूनतम सरकार, अधिकतम शासन के मंत्र के साथ उनकी सरकार नागरिकों की जिंदगी को सरल बनाने के लिए काम कर रही है। देश कुशासन की शैली के साथ 21वीं सदी में प्रगति नहीं कर सकता। इसलिए हमारी सरकार ने भ्रष्टचार पर सबसे कड़ा प्रहार किया है। इसके साथ ही पारदर्शिता को बढ़ावा दी है। ताकि कानून का शासन स्थापित हो सके और कारोबार को बढ़ावा मिले।
Updated on:
12 Feb 2018 02:57 pm
Published on:
12 Feb 2018 09:22 am
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