20 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

गुना

विद्यार्थियों को नकल कराने के नाम पर वसूल लिए 1700 रुपए!

शिक्षा के मंदिर या वसूली सेंटर: अफसर बने शिक्षक कर रहे मनमानी

Google source verification

गुना. शिक्षा विभाग में शिक्षक-शिक्षिकाओं से अवैध वसूली का एक नया मामला सामने आया है। इसमें एक सीएसी (जनशिक्षक) कमलेश कुमार बंसल ने कक्षा पांचवीं और आठवीं की परीक्षा में नकल कराने के नाम पर शासकीय एवं निजी विद्यालय से 1500 से लेकर चार-चार हजार रुपए तक वसूल लिए। ऐसे ही एक मामले का स्क्रीन शॉट 1750 रुपए का सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, हालांकि इसकी पुष्टि पत्रिका नहीं करता। लेकिन विभाग के सीएसी समेत दो-तीन अधिकारी इस मामले में फंसते नजर आ रहे हैं।

सूत्रों ने बताया कि बमौरी ब्लॉक में बेसिक शिक्षा विभाग में तैनात जन शिक्षा प्रभारियों से शिक्षक-शिक्षिकाएं परेशान हैं। जन शिक्षक केंद्र प्रभारी कार्रवाई की धमकी देकर शिक्षक-शिक्षिकाओं पर पैसा लेने के लिए अवैध दबाव बना रहे हैं। इसका खुलासा बीते दिनों बमौरी ब्लॉक के गमरिया का डेरा के शासकीय प्राथमिक विद्यालय के शिक्षक धर्मेन्द्र सोनी के सुसाइड नोट से हुआ है। ये जन शिक्षक वहां के बीईओ के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। बमौरी जन शिक्षक केन्द्र के अंतर्गत 347 स्कूल आते हैं। प्रत्येक संकुल पर प्रभारी रखा गया है। संकुल प्रभारी सीएसी का काम शासन द्वारा दिए जा रहे निर्देशों को विद्यालय तक पहुंचाना है, लेकिन ये संकुल प्रभारी सीएसी अपने को अधिकारी समझने लगे हैं। पूरे दिन गायब रहकर संकुल क्षेत्र के स्कूलों का भ्रमण कर शिक्षक-शिक्षिकाओं पर अवैध रूप से दवाब बना रहे हैं। कभी खेल के नाम पर तो, कभी खंड शिक्षाधिकारी तो कभी बीएसी के नाम पर तो कभी डीएम के नाम पर अवैध वसूली चंदे के रूप में की जा रही है।

नाम न छापने की शर्त पर शिक्षक ने बताई हकीकत

एक शिक्षक ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि इस समय परीक्षाएं चल रही हैं। जन शिक्षक कमलेश कुमार बंसल स्कूलों में जांच के लिए पहुंच रहे हैं। वहां नकल कराने के एवज में प्रधानाध्यापक और परीक्षा केन्द्र प्रभारी से 1700 रुपए से लेकर चार-चार हजार रुपए तक वसूले जा रहे हैं। इस तरह हजारों रुपए एकत्रित किए गए हैं। उन्होंने कहा कि कई लोगों ने अलग-अलग शिकायत कलेक्टर, डीईओ तक से की है। इस संबंध में जब कमलेश कुमार बंसल से चर्चा करना चाही तो उनके मोबाइल पर घंटी जाती रही, उन्होंने मोबाइल रिसीव नहीं किया। इस मामले में जब डीईओ चन्द्रशेखर सिसौदिया से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि धर्मेन्द्र सोनी के आत्महत्या के मामले में दोषी पाए जाने पर उन दोनों शिक्षकों के खिलाफ विभाग ने अपनी कार्यवाही कर पद से नहीं हटाया, उनको निलंबित भी कर दिया है। जनशिक्षक कमलेश कुमार बंसल द्वारा पैसा लिए जाने की शिकायत आपसे मिली है, हम गहन जांच कराएंगे और सख्त कार्रवाई भी करेंगे।

ऐसे चली सोशल मीडिया पर बातचीत

बमौरी ब्लॉक के ग्वारखेड़ा में पदस्थ प्रधानाध्यापक अरुण ने सोशल मीडिया पर वाट्सएप के माध्यम से अपने वरिष्ठ अधिकारी से आग्रह करते हुए कहा कि मुझे अभी सूचना मिली है कि सीएसी कमलेश सर ने विक्रम सिहं भिलाला सीएस एकीकृत शाला शासकीय माध्यमिक विद्यालय ग्वारखेड़ा से 1700 रुपए लिए हैं, कृपया कर उनको 1700 रुपए वापस करें। उनसे यह राशि लेना उचित नहीं हैं। स्कूल टीचर जन शिक्षा केन्द्र और विकास खण्ड की इज्जत बचाने ऐसी हरकतें करते हैं और आप उनको सजा देते हो। आगे से यदि सीएस और पर्यवेक्षक ने सख्ती बरतनी चालू कर दी तो विकास खण्ड और जन शिक्षा केन्द्र की इज्जत की धज्जियां उड़ जाएंगीं। दिल दुखाकर किसी से चंदा मत लो। सभी की फाइलें किसी न किसी की तिजौरी में बंद हैं।