
मंडे मेगा स्टोरी : कॉलोनाइजरों से पैसे वसूले तो हो सकता है गुना शहर का चहुुंमुंखी विकास
गुना। गुना शहर के आसपास नदी-तालाब, सरकारी, राजस्व, कृषि भूमि पर बीते कुछ वर्षों में बगैर अनुमति, बगैर रेरा में रजिस्ट्रेशन कराए, डायवर्सन के एक के बाद एक कॉलोनियां बनती चली गईं, जहां के लोगों को कॉलोनाइजरों ने मनमाने दाम पर प्लॉट तो बेचे,लेकिन विकास के नाम पर प्लॉट खरीदने वालों को ठेंगा दिखाया, इसके साथ-साथ कुछ कॉलोनाइजरों ने पैसा लेने के बाद भी कब्जे नहीं दिए। इन कॉलोनाइजरों में राजनेता, धन्नासेठ भी शामिल हैं।ऐसे कॉलोनाइजरों पर नकेल डालने का काम पूर्व कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम कर गए थे। इस काम को कलेक्टर फ्रेेंक नोबल ए ने बढ़ाया है। उन्होंने शहर के 91 कॉलोनाइजरों पर जुर्माना लगाने की तैयारी कर ली है। कलेक्टर के आदेश पर इन 91 कालोनाइजरों के नामों की सूची तैयार की है इसमें उन कॉलोनाइजरों को शामिल किया है जिनकी कॉलोनियों पर कलेक्टर न्यायालय से सुनवाई के बाद निर्णय हो चुके हैं। जल्द ही इनके नामों की सूची तहसीलदार के पास पहुंचेंगी, वहां से बकाया राशि वसूलने की प्रक्रिया शुरू होगी। कॉलोनाइजरों ने जुर्माना नहीं भरा तो उनकी संपत्ति भी कुर्क कराने की कार्रवाई कलेक्टर करा सकते हैं। यह जुर्माना या विकास शुल्क लगभग पचास करोड़ रुपए नगर पालिका के खाते में आ सकता है इससे शहर में जनता को मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध हो सकती है। उधर जुर्माना की प्रक्रिया शुरू होने की खबर के बाद ही कॉलोनाइजर इस कार्रवाई से बचने के लिए हाईकोर्ट जाने की तैयारी में लग गए हैं। खबर है कि चार-पांच कॉलोनाइजरों को कलेक्टर द्वारा कराई जाने वाली कार्रवाई के खिलाफ स्टे भी मिल गया है।
भास्कर ने शुरू की थी कार्रवाई
कांग्रेस की सरकार बनने के बाद जमीन घेरकर, बगैर डायवर्सन के कॉलोनी बनाने वालों के विरुद्ध कार्रवाई की कार्ययोजना बनी थी। बगैर डायवर्सन एवं बगैर अनुमति के कॉलोनी बनाने और कॉलोनी बनाने के समय दिखाए गए सपने पूरे न करने आदि को लेकर शिकायतें आने के बाद लगभग 89 कॉलोनाइजरों को प्रशासन ने चिन्हित किया था, तत्कालीन कलेक्टर भास्कर लाक्षाकार ने एक टीम बनाकर ऐसे कॉलोनाइजरों के नामों की सूची बनाई थी, जिसमें गुना शहर और जिले भर के 89 कॉलोनाइजरों के नाम शामिल थे।जिन पर एफआईआर तक के आदेश हुए, लेकिन कागजों में ही यह आदेश कैद होकर रह गए थे। बाद में कॉलोनाइजरों की संख्या 91 तक पहुंच गई।
फ्रेंक नोबल ने नकेल डालने के काम को बढ़ाया
भास्कर लाक्षाकार के बाद कलेक्टर बनकर आए कुमार पुरुषोत्तम ने कॉलोनाइजरों के विरुद्ध कार्रवाई की, इस कार्रवाई को लेकर हड़कम्प सा मच गया था। कुछ कॉलोनाइजरों ने भोपाल और दिल्ली जाकर अपने पसंदीदा नेताओं के यहां शरण ली और बचाने की गुहार लगाई। जिसके बाद भी यह कार्रवाई चलती रही, लेकिन इसी बीच कुमार पुरुषोत्तम का तबादला हो गया। पुरुषोत्तम अपने कार्यकाल में इन 91 कॉलोनियों से जुड़े कॉलोनाइजरों के विरुद्ध प्रकरण जो उनकी कोर्ट में लगे थे, उनका निराकरण कर गए थे। कुमार पुरुषोत्तम के बाद कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने इस काम को बढ़ाया उन्होंने नगर पालिका के जरिए नोटिस दिलाने की प्रक्रिया शुरू कराई। हाल ही में उन्होंने एक बैठक में 91 पुरानी अवैध कॉलोनियों पर जुर्माना लगाने की बात कही थी।
नगर पालिका ने बनाई सूची
कलेक्टर से मिले आदेश के बाद नगर पालिका ने हाल ही में इन 91 कॉलोनियों से जुड़े कॉलोनाइजरों के नामों की सूची तैयार की है। पूर्व में इन कॉलोनाइजरों से विकास शुल्क वसूले जाने के लिए एक सूची बनाई थी, उनसे विकास शुल्क या जुर्माना वसूलने की प्रक्रिया को नगर पालिका ने अंतिम रूप दिया है। नगर पालिका के सीएमओ तेजसिंह यादव के अनुसार ऐसे कॉलोनाइजरों के नामों की सूची तीन-चार दिन में तहसीलदार कोर्ट में सौंप देंगे। विकास शुल्क या जुर्माना तहसीलदार को ही वसूलने का अधिकार है।
इन पर लगना है जुर्माना- शहर में अवैध कॉलोनी बनाने वालों में जनरेल सिंह कर्नल सिंह,कृष्णा लांबा,महावीर कुमार जैन,चंपालाल चौरसिया, नरेश राठौर, रवि उर्फ रविन्द्र बिरथरे वीरेन्द्र सिंह रघुवंशी, हरिशंकर कुशवाह,बालकिशन सोनी,अब्दुल सलीम, संजय भार्गव नूर हसन,कल्याणी बाई, परमहंस, रामप्रसाद, शैलेष पाटनी, जसपाल सिंह गिल, प्रफुल्ल, पवन चौरसिया, राजेन्द्र कुमार जैन, रियाज हुसैन, यशंवत कुमार शर्मा, मधु गुप्ता, शिवनारायण कुशवाह, बलवीर सिंह सिख, रानी जैन, विनय सेंगर, चन्द्रप्रकाश, जतिन मेहता, हरप्रसाद ढीमर, संजय चौरसिया, हितेन्द्र शुक्ला, श्रीबाई जैन, मुनेश धाकड़, शंकरलाल, कमला देवी, सुनील चौरसिया,
नितेन्द्र कुमार शुक्ला, विनय शास्त्री, अनिल तोमर, अभय शंकर राजपूत, कन्नूलाल सेन, गौरव श्रीवास्तव, विद्या देवी जैन, अतुल जग्गी, अरविन्दर सिंह, मीना देवी राठौर, मुकेश राठौर, आईस्ता, दातार सिंह कुशवाह, राकेश,शैलेष पाटनी, आशीष मंगल, शैलेष पाटनी, दीपक गोयल, प्रदीप जैन, सूरज शर्मा के नाम शामिल हैं।
इनके अलावा ये भी हैं कॉलोनाइजर, जिन पर लगना है जुर्माना
मनोज शर्मा, महेन्द्र सिंह संधू, अमर कौर, मृदुल शर्मा, त्रिलोक चन्द्र माधवानी, उत्तम कुमार कुलदीप सलूजा, मुंशीलाल यादव, प्रेमनारायण कुशवाह, रसीद खान, शुभनारायण राजपूत, फूलाबाई कुशवाह, बिट्टी देवी राजपूत, जशोदाबाई कुशवाह, भानु प्रताप सिंह रघुवंशी, चंदा देवी चौरसिया, दौलतराम कुशवाह, चंदा देवी चौरसिया, दौलतराम कुशवाह, रामचरण माथुर, पुरुषोत्तम अग्रवाल,हरिसिंह, बृजेश सिंह रघुवंशी, दीवान सिंह जाटव, गोपाल कुशवाह, अभिषेक शर्मा, ओमप्रकाश, कमल किशोर, मशाद मोहम्मद, बृजेश मेर, पद्म कुमार जैन, बृजेश चन्द्र राठौर, रामबाबू कुशवाह, सतेन्द्र सिंह रघुवंशी, सुरेश कुशवाह, भगवती प्रसाद शर्मा, अंकुर श्रीवास्तव, रामप्रसाद लोधा, हरिहर प्रताप सिंह राजपूत, अमित रघुवंशी।
अवैध कॉलोनी में रहने वालों को यह चाहिए सुविधा
- कॉलोनी में नाली, खरंजा और सड़क हो।
-बिजल के खम्बे लगे हों और घर तक विद्युत लाइन जाए।
-पानी की लाइन भी घर के अन्दर तक डली रहे।
-शहर की सड़कें डामरीकरण युक्त हों।
-पार्क की सुविधा हो।
इन कॉलोनाइजरों से विकास शुल्क या जुर्माना वसूलने की राशि
हितेन्द्र कुमार शुक्ला-24,15000, रामचरण माथुर- 11,85000,शिवनारायण कुशवाह-24,65000,अतुल जग्गी- 18,55000,मुकेश राठौर- 10,9500, हरिहर प्रताप सिंह- 13,95000,प्रेमनारायण कुशवाह- 108000,दौलतराम कुशवाह- 17,80000, रामबाबू -20,30000, त्रिलोक चन्द्र माधवानी- 11,85000, अमित रघुवंशी- 13,30000, शंकरलाल कुशवाह- 17,10000,मुनेश धाकड़- 18,35000, भगवती प्रसाद-17,55000,शुभनारायण राजपूत- 16,30000,संजय कुमार चौरसिया- 42,2000, बृजेश सिंह रघुवंशी-20,90000,दातार सिंह कुशवाह- 7,85000,पदम कुमार जैन- 1000000,भानू प्रताप सिंह रघुवंशी-20,90000,कुन्नूलाल-2660000,विद्यादेवी जैन-50,15000,नरेश राठौर- 8,70000, परमहंस राजपूत- 6,35,000, पुरुषोत्तम अग्रवाल-4,80000,गौरव श्रीवास्तव -2,85000,शैलेष पाटनी-295000,कृष्णा लाम्बा- 86,80000,गोपाल कुशवाह- 35,55000,रामप्रसाद कुशवाह- 93 लाख, मृदुल शर्मा- 91,27,500, अंकुर श्रीवास्तव हनुमान कॉलोनी- 8,35,000, अब्दुल सलीम- 58,05000,चंदा देवी चौरसिया- 38,20000,जरनेरा सिंह 41,60,000,कुलदीप सलूजा-41,10,000, जसपाल सिंह गिल-33,60000,अमर कौर- 42,75,000 रुपए बकाया हैं।
इसी तरह वीरेन्द्र सिंह पर 73 लाख दस हजार, ओमप्रकाश राठौर- 1,54,25000,बृजेश राठौर- 46,30000,रियाज हुसैन-1,2100000, महावीर जैन- 2,700000, अभय शंकर राजपूत- 52,25000,राकेश,मुकेश, शैलेश, सोनू पाटनी- 3,520000,फूलाबाई कुशवाह- 6,90000, दीवान सिंह जाटव- 7,80000,मुंशीलाल यादव-1000000,विनय सेंगर-52,20000,रवि बिरथरे- 38,60000,प्रफुल्ल, पवन चौरसिया- 60,65000,बलवीर सिंह सिख- 40,60000, कल्याणी बाई यादव- 96,30000,बिट्टी देवी राजपूत- 35,65000, शमशाद मोहम्मद- 10,00000,सुनील चौरसिया-21,75000,रामप्रसाद लोधा39,15000,मीना देवी राठौर- 4,95000,कमला देवी आदि- 68,30000 यशवंत कुमार शर्मा- 1000000,जशोदा बाई कुशवाह- 6,95000, रानी जैन- 6,35,000,विनय शास्त्री- 21,30000,हरिसिंह यादव 10,65000,सूरज शर्मा- 18,00000,आशीष अग्रवाल- 14,55000,महेन्द्र संधु- 22,75000, मनोज शर्मा- 18,80000,प्रदीप जैन- 92,45,000,हरप्रसाद-18,9000, हरिशंकर कुशवाह- 19,30000, मधु गुप्ता- 31 लाख 90 हजार, चम्पालाल चौरसिया- 46 लाख 90 हजार, शादुस्ता खान- 33 लाख 40 हजार, शैलेश पाटनी- 58 लाख साठ हजार, संजय भार्गव- 77 लाख 45 हजार, नितेन्द्र कुमार शुक्ला- 42 लाख 45 हजार रुपए आदि पर विकास शुल्क बकाया है।
नोट: कॉलोनाइजरों के नाम और राशि नगर पालिका के दस्तावेजों के अनुसार है।
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वर्धमान कॉलोनी की फाइलें गायब
उधर वर्धमान कॉलोनी की फाइल नगर पालिका से गायब हो गई थी, जिसके बारे में अभी तक कोई पता नहीं लग पाया है। इस कॉलोनी के रहवासियों का कहना है कि हमारी कॉलोनी का विकास कौन कराएगा। खास बात ये है कि इस सूची में वर्धमान कॉलोनी का निर्माण करने वाले कॉलोनाइजर का नाम तक नहीं हैं।
Published on:
19 Jul 2021 12:26 am
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