
गुना। गुना नगर पालिका में संबल योजना के नाम पर दो-तीन वर्ष पूर्व हुए मृतकों के नाम पर फर्जीवाड़ा होने का मामला सामने आया था। हाल ही में एक ऐसा मामला राघौगढ़ जनपद के ग्राम पंचायत दौराना का आया है, जहां एक युवक का नाम संबल योजना में उसके मरने के बाद जुड़वाया गया। जिसकी शिकायत हुई, प्रारंभिक जांच हुई तो जिस अफसर और कर्मियों के कहने पर यह फर्जीवाड़ा किया था, वे तो बच निकले। 9 अक्टूबर 2019 को जिला पंचायत ने उस गांव के प्रभारी पंचायत सचिव को निलंबित कर दिया है और रोजगार सहायक को बर्खास्त कर दिया है। जिन्होंने तत्कालीन सीईओ के कहने पर उस मृतक का नाम संबंल योजना में जोड़ा था।
इन दोनों कर्मचारियों ने सीइओ को आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है। इसके साथ ही उन्होंने इस फर्जीवाड़े का पूरा खुलासा भी किया है। खास बात ये है कि निर्दोष निलंबित तत्कालीन पंचायत सचिव और तत्कालीन सीइओ के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल हुआ है। जिसमें हेमलता शर्मा ने यहां तक कह दिया कि मैं नहीं डरती ऐसी कार्रवाई से। जिसमें उन्होंने जिला पंचायत और शासन को लेकर भी अपशब्दों के साथ अपनी नाराजगी जाहिर कर दी। वर्तमान में यह जनपद सीइओ उज्जैन में पदस्थ हैं।
ये है पूरा मामला
राधौगढ़ जनपद के ग्राम पंचायत दौराना में हिन्दू सिंह पुत्र धन सिंह जाति भील की मृत्यु 3 मई 2018 को हो चुकी थी। इसी बीच ग्राम पंचायत दौराना का अतिरिक्त प्रभार सकतपुर पंचायत के सचिव को सौंपा गया था। इस बीच संबल योजना का लाभ देने की प्रक्रिया शुरू हुई। जीआरएस राजेश शर्मा और अतिरिक्त प्रभारी सचिव बलराम साहू ने तत्कालीन सीइओ हेमलता शर्मा को बताया कि हिन्दू सिंह भील की मृत्यु & मई 2018 को हो चुकी है तथा मृत्यु प्रमाण पत्र 10 मई 2018 को ऑनलाइन जारी किया जा चुका है।
तत्कालीन कलेक्टर के निर्देश
तत्कालीन सीइओ ने तत्कालीन कलेक्टर से बात होने का हवाला दिया और बताया कि तत्कालीन कलेक्टर के निर्देश हैं कि गरीब श्रमिकों का संबल योजना का लाभ दिलाया जाना है। निलंबित प्रभारी सचिव बलराम साहू ने सीइओ जिला पंचायत को भेजे पत्र में आरोप लगाया है कि हेमलता शर्मा ने मुझ पर योजना में हिन्दू सिंह भील का नाम शामिल करने के लिए दबाव बनाया।
परिजनों को दिलाया गया
छह जून 2018 को जीआरएस राजेश शर्मा और प्रभारी सचिव बलराम साहू ने हिन्दू सिंह का योजना में पंजीयन किया तथा 9 जून 2018 को अरविन्द मीना कप्यूटर ऑपरेटर जनपद कार्यालय द्वारा उक्त पंजीयन की जांच एवं सत्यापन निरंजन सिंह मीना पीसीओ की आईडी का दुरुपयोग करते हुए किया गया।यह सब कार्रवाई के बाद हिन्दू सिंह के पिता धनसिंह भील को जिला पंचायत की ओर से दो लाख रुपए और पांच लाख रुपए का चेक 12 जून 2018 को जारी किए, जिसको एक कार्यक्रम में उसके परिजनों को दिलाया गया।
तत्कालीन सचिव ने की शिकायत
ग्राम पंचायत दौराना के तत्कालीन प्रभारी पंचायत सचिव बलराम साहू ने अपने आवेदन में कहा है कि तत्कालीन सीईओ हेमलता शर्मा, महेश झा लिपिक एवं अरविन्द मीना क प्यूटर ऑपरेटर द्वारा मुझ पर दबाव बनाकर उक्त अवैधानिक
कार्य कराया गया है।
तत्कालीन सीइओ हेमलता शर्मा और निलंबित प्रभारी पंचायत
सचिव बलराम साहू के बीच हुई बातचीत का ऑडियो वायरल
हेमलता- मैंने पेपर पढ़ा, कटिंग पढ़ रही थी, क्या हो गया है मामला।
साहू- जांच वगैरह हुई कुछ मैम।
हेमलता- अच्छा, तुम दोनों को निलंबित कर दिया।
साहू- और जगह कार्रवाई नहीं हुई।
हेमलता-अच्छा केवल दो ही लोगों पर कार्रवाई हुई है। बाकी दूसरी जगह कोई कार्रवाई नहीं हुई।
हेमलता- तुम लोग आपत्ति लगा सकते हो, बाकी जनपदों में भी ऐसी कार्रवाई हुई है। सभी जगह हुई है।
साहू- आपसे मार्गदर्शन लेने के लिए ही लगाया है। गलती हमारी नहीं है मैम। कलेक्टर साहब से कहने पर आपने कराया है।
हेमलता-पता नहीं पूरे प्रदेश में हुआ है। इस आशय की कार्रवाई बमौरी और राधौगढ़ में ही क्यों हुई है।
हेमलता- आपको पहले आरोप पत्र जारी हुआ होगा।
साहू- नहीं मिला।
हेमलता- अभी जारी करेंगे। आरोप पत्र मिले या जवाब के लिए पत्र आए तो एक ही ग्राम पंचायत में क्यों कार्रवाई हुई। पूरे प्रदेश में कार्रवाई क्यों नहीं हुई। नोटिस भी जारी होना चाहिए। स्पष्टीकरण का मौका ही नहीं दिया। जिला पंचायत को हमने प्रकरण गलत भेजा था। उन्होंने क्यों नहीं रोका, उनसे भी तो जवाब लेना था। अपना पक्ष बनाना। हां यह बताओ वह हितग्राही राशि जमा कर सकता है क्या।
साहू- वह हितग्राही राशि जमा नहीं कर पाएगा।
हेमलता- संबल योजना के लिए जो आदेश दिए थे, वो निकलवा लो, शासन आदेश कुछ देता है और उल्टे आप जैसे लोगों को फंसा देता है। लोगों को ढूंढ़कर योजना का लाभ उस समय हमने दिलाया था।
साहू- रोजगार सहायक पर भी कार्रवाई हो गई है क्या
हेमलता- उसका तो कोई दोष नहीं है, जिला पंचायत को रोजगार सहायक को बर्खास्त करने का अधिकार नहीं हैं। इसका आदेश मेरे पास भेजना।
साहू- इससे पहले मैम पन्द्रह दिन पहले अखबार में निकला था, उसमें आपके विरुद्ध भी लिखा था।
हेमलता- उसमें क्या लिखा था, हम उससे निपटेंगे, मैं नहीं डरती किसी से। हम दे देंगे शासन को अपना जवाब।
हमने शासन के निर्देश पर संबल योजना का लाभ दिया था। हमने कोई वित्तीय अनियमितता नहीं की है। इस आशय की कार्रवाई केवल राधौगढ़ और बमौरी में ही क्यों की, दूसरे ब्लॉकों में क्यों नहीं की। हमारी मंशा कोई शासन के विरुद्ध बोलने की नहीं थी। हां मेरी ही आवाज है, गुस्से में हो सकता है ऐसा मैंने बोल दिया हो।
हेमलता शर्मा तत्कालीन सीईओ, राघौगढ़
हम पर तत्कालीन सीइओ मैम ने दबाव डालकर पंजीयन कराया, जबकि हमने उनको सब कुछ बता दिया था। दोषियों पर तो कार्रवाई नहीं हुई हमको निलंबित कर दिया। हां मेरी और मैम की मोबाइल पर बातचीत हुई थी। हमने निलंबन को खत्म कराने के लिए जिला पंचायत के सीइओ को आवेदन दिया है।
बलराम साहू प्रभारी पंचायत सचिव
Published on:
24 Oct 2019 05:42 pm
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