15 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

आग लगने पर घबराएं नहीं, अग्निशमन यंत्रों का सही प्रयोग करें

कलेक्टर ने दिलाया अधिकारियों और स्टाफ को आग बुझाने का प्रशिक्षण

2 min read
Google source verification
आग लगने पर घबराएं नहीं, अग्निशमन यंत्रों का सही प्रयोग करें

आग लगने पर घबराएं नहीं, अग्निशमन यंत्रों का सही प्रयोग करें

गुना। कलेक्ट्रेट कार्यालय में शुक्रवार को अधिकारियों और स्टाफ को आग बुझाने का प्रशिक्षण दिया गया। कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए ने अपने समक्ष में कलेक्ट्रेट पार्क में डिस्ट्रिक्ट कमांडेंट होमगार्ड आरके पथरोल के माध्यम से प्रभावी प्रशिक्षण दिलाया। सभी ने जलती आग को बुझाने का प्रशिक्षण लिया और अग्निशमन यंत्रों के उपयोग की विधि सीखी। इस दौरान एडीएम विवेक रघुवंशी, डिप्टी कलेक्टर आरबी सिण्डोस्कर सहित कलेक्ट्रेट कार्यालय के अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे। कलेक्टर श्री नोबल ए ने उपस्थित अधिकारी-कर्मचारियों को बताया कि कलेक्ट्रेट कार्यालय में लगे अग्निशमन यंत्रों को उपयोग करने का तरीका बताया जा रहा है। इसको ध्यान से देखें, सुनें, समझें और इसका प्रयोग करना सीखें। भगवान करें इस प्रकार की घटना न हो। लेकिन यदि कहीं पर घटना होकर आग लग जायेगा तो उस दौरान घबराएं नहीं आज जो विधि बतायी जा रही है उसी विधि अनुसार अग्निशमन यंत्र का उपयोग करें और आग को बुझाएं।
प्लाटून कमांडर एसडीईआरएफ धर्मेन्द्र भदौरिया, प्लाटून कमांडर होमगार्ड नीतू मावई तथा होमगार्ड एसडीआरईएफ के जवानों द्वारा अग्निशमन यंत्रों को चलाने का प्रशिक्षण दिया गया। उन्होंने कलेक्ट्रेट पार्क में आग जलाकर अधिकारी-कर्मचारियों को इसे बुझाने के उपाय बताये। सबसे पहले उन्होंने अग्निशमन यंत्र की जानकारी दी। इसके पश्चात बताया कि सबसे पहले नोजल के पास में लगी सेफ्टी पिन को अलग खींचना है। जिससे यंत्र का नोजल दबाया जा सके। दूसरे स्टेप में एक हाथ में अग्निशमन यंत्र नीचे लटकाते हुए दूसरे हाथ से गैस पाइप, मुंह के पास से थोडा पीछे पकड़कर आग की ओर करना है। इसके पश्चात प्रेशर बॉल्व को ताकत से दबाना है। जिससे पाईप से गैस निकलकर आग को बुछाएगी। इसमें ध्यान रखने वाली दो बातें हैं। एक तो जहां से आग जल रही है, वहां पर गैस पाईप का मुंह करना है। लपटों की ओर नही करना है। दूसरा पाईप को ऊपर-नीचे न करके अगल-बगल चलाना है। आग जलने के स्थान पर मार होने से लपटें अपने आप शांत हो जाएंगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान कलेक्ट्रेट नाजिर इकबाल कुरैशी, निखिल ठाकुर, जीवनलाल रजक तथा दो महिला कर्मचारियों ने आग बुझाकर परीक्षण किया। कलेक्टर ने सभी को पूरी प्रक्रिया समझने की ताकीद की।