पार्टी के उममीदवारों को जिताने के लिए कांग्रेस और भाजपा ने जनता की पसंद के राष्ट्रीय नेताओं और सिने स्टारों को बुलाने की रणनीति बनाई है। इसके तहत शुक्रवार को लंबे समय बाद सीएम शिवराज सिंह चौहान राघौगढ़ आए और पांच घंटे से अधिक समय तक राघौगढ़ नगरीय क्षेत्र की जनता के बीच रहकर भाजपा के अध्यक्ष और पार्षद पद के प्रत्याशियों को जिताने का आग्रह करते रहे। जबकि मुख्य मुकाबला कांग्रेस की आरती-महेन्द्र शर्मा और भाजपा की मायादेवी-विनोद अग्रवाल के बीच माना जा रहा है। कांग्रेसी नेता अशोक कुमार भार्गव की पुत्र वधु रितु अनिमेष भार्गव भी स्वतंत्र प्रत्याशी के रूप में इस मुकाबले को त्रिकोणीय बनाने के लिए प्रयासरत हैं। वहीं शमीम असलम भी निर्दलीय प्रत्याशी हैं।
दोनों पार्टियों में भितरघाती कम नहीं
राघौगढ़ नगर पालिका में कांग्रेस से बगावत कर ऋतु भार्गव चुनाव मैदान में हैं। उनका खुलकर प्रचार करने से कांग्रेस यह सोचकर बच रहे हैं कि कहीं उन पर कांग्रेस संगठन का अनुशासन हीनता का डंडा न चल जाए। कांग्रेस के साथ-साथ भाजपा में भी भितरघाती कम नहीं हैं, वे भी टिकट बंटवारे से खफा होकर अंदर ही अंदर अपनी-अपनी पार्टी की जड़ों मे मठा डालने का काम कर रहे हैं।
जयवर्धन- ममता ने संभाला मोर्चा
राघौगढ़ की भौगोलिक स्थिति में राघौगढ़ के अलावा रूठियाई में पार्षद पद के लिए कांग्रेस-भाजपा के 48 उ मीदवार और 11 निर्दलीय प्रत्याशी भी मैदान में हैं। इधर कांग्रेस से विधायक और पूर्व मु यमंत्री दिग्विजय सिंह के बेटे जयवर्धन सिंह अध्यक्ष पद की प्रत्याशी आरती शर्मा सहित वार्ड प्रत्याशियों के पक्ष में प्रचार करने में जुटे हंै। वहीं भाजपा उ मीदवारों के पक्ष में भाजपा के दिग्गज नेता चांचौड़ा विधायक ममता मीणा, भाजपा जिलाध्यक्ष राधेश्याम पारीक, सांसद रोडमल नागर के अलावा स्थानीय एक-दो नेताओं ने चुनावी मोर्चा संभाल लिया है।
23 वार्डों में जीती थी कांग्रेस
यहां पिछले चुनाव में अध्यक्ष पद के उ मीदवार पूर्व संासद लक्ष्मण सिंह के बेटे आदित्य विक्रम सिंह सहित 23 वार्डों से कांग्रेस उ मीदवारों ने विजय हासिल की थी। लेकिन इस चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष पद की उ मीदवार राघौगढ़ वार्ड की हैं तो उधर भाजपा ने रूठियाई के तत्कालान साडा उपाध्यक्ष की पुत्र वधु को उम्मीदवार बनाया है।
रिपोर्ट – हरिचरण सोनी