
,,
मध्यप्रदेश के गुना में एक नई पहल ने स्कूल व कॉलेज के बच्चों के साथ-साथ दिव्यांगों में खुशी की लहर पैदा कर दी है। यह नवाचार है अब दिव्यांगों को प्रमाण पत्र बनवाने जिला मुख्यालय नहीं आना पड़ेगा। यह पहल कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए की ओर से की गई है। इस नई व्यवस्था के तहत अब मेडिकल बोर्ड ब्लॉक मुख्यालय पर सप्ताह में दो दिन बैठेगा। इसके लिए बाकायदा विशेष शिविर आयोजित किए जाएंगे। इसी तरह स्कूल और कॉलेज के बच्चों के लिए लर्निंग लाइसेंस और जाति प्रमाण पत्र बनाने की भी व्यवस्था की गई है। यह विशेष शिविर 31 मई से पहले तक लगाए जाएंगे।
बता दें कि इन दिनों ग्रीष्मकालीन अवकाश चल रहे हैं। 15 जून से नया शिक्षण सत्र शुरू होगा। इससे पहले सभी बच्चों के जरूरी प्रमाण पत्र बनाए जाने की कार्यवाही की जाएगी। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में जो व्यवस्था है उसके तहत जिले भर के दिव्यांगों को प्रमाण पत्र बनवाने 50 से 80 किमी दूर से गुना जिला अस्पताल आना पड़ता है। क्योंकि मेडिकल बोर्ड में बैठने वाले विशेषज्ञ चिकित्सक यहीं मौजूद रहते हैं। इस व्यवस्था के कारण दिव्यांगों को बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। यह परेशानी गर्मी के मौसम में बहुत ज्यादा कष्टदायक है। ऐसे में कलेक्टर के नवाचार ने सभी को राहत दी है।
पूर्व में भी रिकार्ड व्यवस्थित करने भी चलाया था नवाचार
इससे पहले भी कलेक्टर फ्रेंक नोबल ए कई नवाचार कर चुके हैं। इनमें एक नवाचार ऐसा था जो काफी कारगर रहा और उसे पसंद भी किया गया। जिसके तहत सरकारी विभागों के कार्यालयों में अव्यवस्थित रिकार्ड को व्यवस्थित किया गया। साथ ही दस्तावेजी रिकार्ड को ऑनलाइन भी किया गया है। जिसके फायदा यह हुआ है कि अब किसी भी विभाग में कोई भी जानकारी लेना हो तो तत्काल मिल जाती है। जबकि पहले कई-कई दिनों तक इंतजार करना पड़ता था।
Published on:
13 May 2023 11:59 pm
बड़ी खबरें
View Allगुना
मध्य प्रदेश न्यूज़
ट्रेंडिंग
