
अमृत भारत योजना में शामिल गुना स्टेशन पर डीजलयुक्त पानी पीने को मजबूर यात्री
गुना. देश के 80 अमृत भारत स्टेशन योजना में गुना रेलवे स्टेशन को भी शामिल किया है, लेकिन इस समय सबसे बुरी स्थिति गुना रेलवे स्टेशन पर पेयजल की है, जहां रेलवे के एक-दो अधिकारियों की लापरवाही से डीजल युक्त पानी की सप्लाई नलों के जरिए रेलवे स्टेशन प्लेटफार्म पर हो रही है। कुछ नलों से आ रहे इस पानी पीने को मजबूर हैं। इस पानी के पीने से लोगों को बीमारियां रेलवे के अधिकारी की मेहरबानी से बांटी जा रही है,। इस ओर बड़े अधिकारियों का अभी तक ध्यान नहीं गया। वहीं कई नलों से पानी की सप्लाई बंद करा दी है, इससे संबंधित ठेकेदार का पानी का धंधा चल सके।
लोगों की शिकायत के आधार पर सोमवार को पत्रिका टीम जीआरपी पुलिस थाने के पास लगे वाटर कूलर पर पहुंची। यहां पानी से डीजल जैसी गंध आ रही थी। इसके बाद वहां मौजूद दो-तीन पुलिस कर्मियों से पूछा तो उनका भी दर्द छिप नहीं पाया। उन्होंने अपना नाम न छापने की शर्त पर बताया कि आईओडब्ल्यू सुनील देशमुख की हिटलरशाही की वजह से हम ही नहीं रेलवे स्टेशन पर आने वाले यात्री दो माह से डीजल युक्त पानी पीने को मजबूर हैं।
उन्होंने बताया कि जहां बोर हुआ है वहां डीजल टैंक होने से धीरे-धीरे डीजल इन बोरों में जा रहा है, जहां से नलों के जरिए जो पानी की सप्लाई हो रही है, उसमें डीजल की गंध आ रही है। आगे एक वाटर कूलर लगा था, उसमें भी डीजल की गंध आ रही थी। रेलवे स्टेशन प्रबंधक के कक्ष के पास लगा शीतल जल का नल बंद था। इसके ऊपर बनी टंकी के बारे में एक कर्मचारी से पूछा तो उसने कहा कि उसमें तो गंदगी ही गंदगी है, सालों से सफाई नहीं हुई है। पानी का टैंकर बाहर से बुलवाते हैं उससे पानी की सप्लाई होती है, तब शीतल जल यात्रियों को मिल पाता है। अभी टैंकर नहीं आ रहा है तो पानी भी नहीं आ रहा है। टीटी कक्ष के पास नलों से पानी गायब था।
चौगुनी बढ़ी पानी बोतल की बिक्री
रेलवे स्टेशन पर पानी की बोतल बेचने वाले एक वेंडर ने बताया कि नलों से पानी मिलेगा तो हमारी बोतल कौन खरीदेगा। इस समय तो सुबह हो या शाम अधिकतर यात्री पानी की बोतल सबसे ज्यादा खरीदते हैं, पहले की अपेक्षा चौगुनी बिक्री बढ़ी है। जब उनसे पूछा गया कि नल कौन बंद कराता है, इस पर उसका कहना था कि हमें नहीं मालूम बंद कौन करता है नल तो चाहें जब बंद हो जाते हैं।
प्लेटफॉर्म नंबर 1 पर नहीं है टीनशेड
प्लेटफार्म नंबर 1 पर पुल से आगे बढ़े तो लोग धूप से बचने के लिए प्लेटफार्म नम्बर एक पर टीनशेड नहीं था, जिससे लोग धूप से बचने के लिए इधर-उधर बैठे नजर आए। प्लेटफार्म नम्बर पर एक लिफ्ट बनकर तैयार हो गई, लेकिन लिफ्ट शुरू नहीं हो पा रही है।
टिकट लेने लगती हैं लंबी कतारें
स्टेशन पर टिकट के लिए एक ही खिड़की खोली जाती है। इस वजह से दोपहर और शाम के समय टिकट लेने लाइन लग जाती है। स्थिति ये रहती है कि लाइन सीढ़ियों तक जा पहुंचती है। स्टेशन पर लाखों रुपए खर्च कर रेलवे ने सीसीटीवी लगवाए थे, वे भी बंद हैं।
केमिकल युक्त पानी से होती हैं कैंसर जैसी घातक बीमारी
पूर्व सीएमएचओ डॉ.रामवीर सिंह रघुवंशी के मुताबिक केमिकल युक्त पानी पीने से पेट संबंधी कई बीमारियां होती हैं। इससे पहले शरीर में कई लक्षण सामने आने लगते हैं। जैसे दस्त और आंत्रशोथ, पेट में दर्द और ऐंठन, आंत्र ज्वर (टाइफाइड), पेचिश, हैज़ा, गिनी-कृमि रोग, हेपेटाइटिस तथा कैंसर जैसी घातक बीमारी तक हो सकती है।
पार्किंग निर्धारित लेकिन सुविधा नहीं
रेलवे स्टेशन पर वाहन पार्किंग के लिए जगह निर्धारित है, लेकिन सुविधा कुछ नहीं हैं। वाहन शुल्क के नाम पर पैसा तो संबंधित ठेकेदार को पूरा चाहिए, लेकिन धूप से वाहन बचे रहे, इसके लिए टीन शेड तक नहीं हैं। वाहनों के कलर तो उड़ रहे हैं इसके साथ ही धूप में खड़े-खड़े वाहनों की हवा भी निकल रही है।
Published on:
18 Apr 2023 10:33 pm
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