
गुना. एक साल पूर्व भदौरा के पास गोली मारकर आरक्षक अशोक उरैती की हत्या कर फरार चल रहे दोनों बदमाशों को पुलिस ने पकड़ लिया है। इन दोनोपर तीस-तीस हजार रुपए का इनाम घोषित था। आरोपी रंजीत तोमर की याना में हुए हत्या के प्रयास के एक मामले में और सुनील कुशवाह की कोतवाली में हुई एक लूट के मामले में जरूरत थी। इनको पकडऩे वाली टीम को एसपी ने पुरस्कृत करने की घोषणा की है।
केंट पुलिस थाने में पुलिस अधीक्षक निमिष अग्रवाल ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए बताया कि 7 फरवरी 2०17 को जेल में बंद मुल्जिम लोकेश उर्फ कपिल दांगी को पुलिस लाइन से प्रधान आरक्षक राजेश सिंह बघेल, आरक्षक अशोक उरैती, आरक्षक रामसिड्डंह जादौन शिवपुरी विशेष न्यायालय में पेशी कराने ले गए थे।
वहां से लौटने के समय लोकेेश को छुड़ाने का कुछ बदमाशों ने भदौरा के पास प्रयास किया, जिसमें इन पुलिस कर्मियों पर बदमाशों द्वारा हमला किया गया, उसमें अशोक उरैती को गोली चलाई, जिसमें वे शहीद हो गए थे। इसके बाद यह बदमाश भाग गए थे। इस मामले की केंट थाना पुलिस ने हत्या में आरोपित बदमाशों के खिलाफ धारा 3०2, 3०7, 224, 325, 12० बी, 34 भादवि एवं 25-27 आम्र्स एक्ट के तहत मामला पंजीबद्ध किया था। मामले में लोकेश उर्फ कपिल दांगी, राज मराठा, प्रदीप धाकड़, मुकेश प्रजापति, गणेश प्रजापति, लल्लू जाट, परमाल सोलंकी, रंजीत तोमर, सुनील कुशवाह, जितेन्द्र उर्फ जीतू शर्मा आरोपी थे।
हिस्ट्रीशीटर है सुनील: केंट थानांतर्गत बरवटपुरा निवासी सुनील कुशवाह पुराना हिस्ट्रीशीटर है। वह पूर्व में रांपी के जरिए ट्रक को पंचर करके लूटने में माहिर रहा है। उसके विरुद्ध हत्या, हत्या के प्रयास, लूट एवं अन्य मामलों में अलग-अलग मामले पंजीबद्ध हैं।
बदमाश जा रहे थे गाजियाबाद
12 मार्च को मुखबिर के जरिए एसपी निमिष अग्रवाल सूचना मिली कि बदमाश रंजीत तोमर और सुनील कुशवाह नोएडा, दिल्ली गाजियाबाद की तरफ जा रहे हैं। एएसपी सतेन्द्र सिंह तोमर और सीएसपी आरएस रघुवंशी, केंट थाना प्रभारी आशीष सप्रे के मार्गदर्शन में उक्त टीम को भेजा, जिसने नोएडा में जाकर सेक्टर 12ए-72 के पास के आरोपी रंजीत तोमर और सुनील कुशवाह को गाजियाबाद से गिरफ्तार करने में सफलता मिली।
रंजीत और सुनील पर था इनाम घोषित
एसपी ने बताया कि प्रकरण में घटना के समय से लगातार फरार चल रहे घटना के मास्टर माइंड रंजीत तोमर व उसके साथी सुनील कुशवाह जिनकी गिर तारी को लेकर पुलिस महानिरीक्षक ग्वालियर जोन द्वारा तीस-तीस हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। इन बदमाशों को पकडऩे के लिए एक टीम बनाई गई थी जिसमें उप निरीक्षक राम शर्मा, सायबर सेल प्रभारी मसीह खान, सउनि असलम खान, प्रधान आरक्षक आमोद तिवारी, आरक्षक कुलदीप ादौरिया, आरक्षक कुलदीप परिहार, आरक्षक धीरेन्द्र राजावत एवं आरक्षक चालक नीरज पवार को को लगाया गया था।
Published on:
15 Mar 2018 11:55 am
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