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किसान बोले-हमारा हो रहा है नुकसान, हम्माल बोले- हमें दिलाओ भुगतान

चने की खरीदी में ठगी, चोरी और घपलेबाजी की जांच हो तो उजागर हो सकता है बड़ा घपला

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गुना

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Deepesh Tiwari

May 20, 2018

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किसान बोले-हमारा हो रहा है नुकसान, हम्माल बोले- हमें दिलाओ भुगतान

गुना। ये है बीज निगम परिसर। जहां आए दिन किसानों के हंगामे और मांग के बाद नया खरीदी केन्द्र बनाया गया है। यहां ट्रेक्टर-ट्रालियों का जमाव है। हम्माल और तुलावटी बहुत कम संख्या में हैं, अपर कलेक्टर समेत कुछ अधिकारी यहां डेरा डाले हुए हैं।
इस तुलाई केन्द्र पर रात के समय बिजली के उजाले में चने की तुलाई हो रही है। लेकिन यहां भी तुलाई के नाम पर किसानों का चना अधिक तौलकर उनको ठगा जा रहा है। हम्माल और तुलावटी 11 अप्रैल के बाद से अभी तक पैसे न मिलने से नाराज हैं। किसानों के लिए यहां भी कोई सुविधाएं नजर नहीं आईं। यह नजारा था शुक्रवार-शनिवार की दर यानी रात को बीज निगम परिसर का। पत्रिका टीम जब चने की खरीदी को देखने बीज निगम परिसर पहुंची तो वहां व्यवस्थाएं और तुलाई को बारीकी से देखा तो एक नहीं कई खामियां सामने आईं, जिनको देर रात को पत्रिका ने कैमरे में भी कैद किया।

अवकाश के दिन भी हो खरीद: कांग्रेस
कांग्रेस ने मांग की है कि रविवार को भी शासकीय केंद्रों पर खरीद की जाए। साथ ही प्रति कांटा, तौल को कोटा निर्धारित किया जाए। कांग्रेस का प्रतिनिधिमंडल जिला अध्यक्ष योगेंद्र लुंबा के नेतृत्व में कलेक्टर विजय दत्ता से मिला। कांगे्रस द्वारा दूसरे दिन भी किसानों मे शीतल जल का वितरण किया गया। गुना मे बीज निगम के बाद कांगे्रस का प्रतिनिधि मंडल दूसरे दिन भी दशहरा मैदान पहुंचा। दशहरा मैदान पर व्यवस्था देखने आए कलेक्टर से भेंट कर किसानों की दिक्कतों से अवगत कराया।

मुख्यमंत्री तक पहुंचा था मामला
यह बात अलग है कि किसानों की परेशानियों और गड़बडिय़ों का मामला मुख्यमंत्री तक पहुंच गया था। इसको लेकर नपा अध्यक्ष राजेन्द्र सलूजा ने धरने पर बैठने तक की धमकी दी थी। वहीं भाजपा विधायक पन्नालाल शाक्य और कांग्रेस जिलाध्यक्ष योगेन्द्र लुम्बा भी अपनी टीम के साथ उन किसानों का दर्द सुनने पहुंचे थे।

रात्रि- 10.30 बजे
दृश्य- पत्रिका टीम जैसे ही बीज निगम परिसर पहुंची तो वहां एडीएम एमएल कनेल समेत कई अधिकारी बैठे हुए मिले। बमौरी के दो किसानों की चने की तुलाई यहां लगे दो कांटों पर तुलाई हो रही थी, जिसमें एक कांटे पर 5० किलो 7०० ग्राम और दूसरे कांटे पर 5 किलो 6०० ग्राम चने के कट्टे तौले जा रहे थे। एक तुलावटी से इस संबंध में चने की अधिक तुलाई के बारे में पूछा तो उसका जवाब था कि हमें अधिकारियों व सोसायटी के निर्देश हैं, उसका पालन कर रहे हैं। मंडी में तो 5० किलो 9०० ग्राम तक चना तौला जा रहा है। किसानों के नीचे फैले चने को उठाने भी नहीं देते हैं। ऐसा क्यों तो उनका कहना था कि हम सोसायटी के कहे अनुसार कट्टे और तुलाई तक के दस रुपए किसान से ले रहे हैं। इसी बीच एसडीएम दिनेश शुक्ला कलेक्टर के आने की जानकारी मिलने पर आ जाते हैं, कोतवाली टीआई विवेक अष्ठाना वहां से चले जाते हैं।

रात्रि- 10.45 बजे
दृश्य दो- एसडीएम दिनेश शुक्ला के समक्ष हम्माल और तुलावटी संघ के नेता व पदाधिकारी और समिति प्रबंधक सतीश बैरागी के बीच हम्माल और तुलावटियों को मजदूरी न मिलने को लेकर चर्चा शुरू होती है, एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोपों का दौर चलता है। संघ के नेता का साफ आरोप था कि समिति प्रबंधक ने उनके हम्माल और तुलावटियों का पैसा 11 अप्रैल से अभी तक नहीं दिया है। एक हम्माल ने तो यहां तक कह दिया कि जब मजदूरी के पैसे नहीं मिलेंगे हम किसानों के चने एवं तुलाई व कट्टे के पैसे नहीं मांगेंगे तो क्या बच्चों को खिलाएंगे। इसी बीच कुछ नए हम्माल आए और मजदूरों की एक टोली चली गई जिसने 24० कट्टों की तुलाई की थी, जिनका पैसा लगभग 22०० रुपए करीब बना था। वे लेकर चले गए।

रात्रि- 10.55 बजे
दृश्य- इसी बीच कलेक्टर बी. विजय दत्ता वहां पहुंचे। उन्होंने व्यवस्थाओं को लेकर एडीएम, एसडीएम, समिति प्रबंधक सतीश बैरागी और हम्माल और तुलावटी संघ के पदाधिकारी व नेताओं से अलग-अलग चर्चा की। वे कुछ देर वहां रहे और अपने अधीनस्थों को दिशा-निर्देश देकर रात्रि साढ़े ग्यारह बजे बीज निगम से चले गए थे। इनके जाते ही दूसरे अधिकारी भी खाना खाने की बात कहकर वहां से निकल गए।

रात्रि- 11.35 बजे
दृश्य- कलेक्टर के निकलते ही दूसरे अधिकारी भी वहां से खाना खाने की बात कहकर निकलते नजर आए। इसके बाद वहां तुलाई का काम धीमा होता चला गया। एक बजे तक पत्रिका टीम वहां रही, जब तक वहां तुलाई होती रही। खबर है कि वहां अलसुबह तक तुलाई होती रही। सहकारिता विभाग के एक अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि अभी तक 6० हजार कुन्टल चने की खरीदी हो गई है, मगर परिवहन की सही व्यवस्था नहीं हैं। चने की खरीदी में एक समिति बनी हुई है, पैसा तो दूसरे लोग कमाएंगे मगर सबसे अधिक आर्थिक चपत सहकारिता विभाग को लगेगी। जिसे फिलहाल सक्रियता दिखा रोका जा सकता है।

आज से बदली चने खरीदी की व्यवस्था:
चने की खरीदी को रही परेशानियों से निजात दिलाने और आए दिन उनके बंगले व कार्यालय को घिरने के बाद कलेक्टर बी. विजय दत्ता और सक्रिय हुए वे अपनी टीम के साथ शनिवार को व्यवस्थाएं सुधारने के उद्देश्य से निकल पड़े, उन्होंने बीज निगम परिसर में तुलाई कांटों की संख्या बढ़वाई। गोपालपुरा मैदान पर भी तुलाई की व्यवस्था कराई। इससे कृषि उपज मंडी परिसर में छीपोन और गुना के किसानों के चने की तुलाई का काम रह गया। दिन भर वहां तुलाई होने से हंगामे की स्थिति और किसानों की परेशानी कम हुई।