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राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन ट्रेड यूनियनों ने रैली निकालकर किया विरोध प्रदर्शन

निजीकरण और महंगाई के खिलाफ जमकर की नारेबाजी

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राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन ट्रेड यूनियनों ने रैली निकालकर किया विरोध प्रदर्शन

राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन ट्रेड यूनियनों ने रैली निकालकर किया विरोध प्रदर्शन

गुना। राष्ट्रव्यापी हड़ताल के पहले दिन सोमवार को गुना में ऑल इंडिया ट्रेड यूनियनों एटक, इंटक, यूटीयूसी, बैंक एवं पोस्ट ऑफिस कर्मचारियों के साथ ऑटोचालक यूनियन ने संयुक्त रूप से प्रदर्शन किया। इस दौरान हनुमान चौराहे पर एकत्रित होकर यूनियन कार्यकर्ता कलेक्टोरेट पहुंचे। यहां जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। जिसमें श्रमसंहिता रद्द करने एवं अनिवार्य रक्षा सेवा कानून को निरस्त करने, कृषि कानूनों को निरस्त करने, किसी भी रूप में निजीकरण बंद करने, गैर आयकर भुगतान करने वालों को 7500 रुपए की खाद्य और सहायता देने, मनरेगा योजना शहरी क्षेत्र में लागू करने एवं कामगारों को सामाजिक सुरक्षा देने की मांग की। इसके अलावा आंगनवाड़ी, आशा, माध्यन भोजन कार्यकर्ता को वैधानिक वेतन देने, महामारी के फ्रंटलाइन वालों को उचित सुरक्षा और बीमा देने, राष्टीय अर्थव्यवस्था कोपुनर्जीवित ओर पुनर्गठन के लिए उचित कदम उठाने, पेट्रोलियम उत्पाद पर केंद्रीय उत्पाद शुल्क में कमी ओर मूल्यवृद्धि कम करने, समान काम समान वेतन देने एवं पुरानी पेंशन योजना को लागू करने की मांग की।
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सभी डाककर्मियों ने नारेबाजी कर की हड़ताल
इधर अखिल भारतीय डाक कर्मचारी संघ गु्रप सी के अखिल भरतीय आह्वान पर गुना संभाग के समस्त डाक कर्मचारी हड़ताल पर रहे। गौरतलब है कि 10 ट्रेड यूनियन के आह्वान पर सपूर्ण देश मे 25 लाख से अधिक कर्मचारी 28 एवं 29 मार्च को दो दिवसीय हड़ताल पर हैं। इसी क्रम में गुना संभाग के समस्त 45 डाकघर एव 100 से अधिक शाखा डाकघर भी अपनी 22 सूत्रीय मांग को लेकर हड़ताल पर रहे। इस दौरान जिलेभर के संपूर्ण डाकघर बंद रहे। गु्रप सी के संभागीय सचिव सचेन्द्र तिवारी ने बताया कि संपूर्ण देश के 3 लाख से अधिक डाककर्मी केंद्र सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ आज हड़ताल पर रहे। इसी क्रम में गुना डाक संभाग के दोनों यूनियन के सम्पूर्ण कर्मचारी भी हड़ताल पर रहे। इस दौरान मुख्य डाकघर के गेट के समक्ष जमकर नारेबाजी की। हड़ताल के दौरान सचेन्द्र तिवारी, बीएम मिश्रा, आरके सोनी, विनोद प्रजापति, जगदीश राठौर, अंकुर शर्मा, गजराज सिंह, महेंद्र सिंह धमनार, रघुवीर सिंह रघुवशी, गजेंद्र टंडेल, अजय भगत, राकेश वर्मा, दुरेष गुप्ता, ओपी श्रोत्रिय, भानु रघुवंशी आदि संबोधित किया। सभा के बाद सीटू द्वारा निकाली गई रैली में डाककर्मी शामिल हुए।
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एसयूसीआई ने हनुमान चौराहे पर की विरोध सभा
अखिल भारतीय हड़ताल के समर्थन में एसयूसीआई द्वारा हनुमान चौराहे पर विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। प्रदर्शन की शुरुआत भाजपा सरकार की श्रमिक और श्रम विरोधी व जनविरोधी नीतियों, निजीकरण, महंगाई, बेरोजगारी के विरोध में नारों के साथ हुई। इस मौके पर सुनील सेन ने कहा यह आम हड़ताल एक ऐसे समय पर बुलाई गई है, जब सरकार की जनविरोधी नीतियों के चलते खाने पीने की वस्तुओं सहित तमाम उत्पादों और सेवाओं में महंगाई भयंकर रूप से बढ़ रही है। हम छात्रों और युवाओं की ओर से इस हड़ताल को समर्थन देते हैं। वहीं नरेंद्र भदोरिया ने कहा कि खाने-पीने की आवश्यक वस्तुएं दवाएं, बिजली बिल, पेट्रोल-डीजल, रसोई गैस को महंगे से महंगा कर दिया गया है। आम जनता को बहुत हद तक सस्ती सेवाएं व रोजगार देने वाले तमाम सार्वजनिक उपक्रमों के निजीकरण की प्रक्रिया को तेज कर दिया गया। प्रदर्शन में मनीष श्रीवास्तव ने कहा कि अभी तीन दिन में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर 126 डालर प्रति बैरल से घटकर 104 डालर प्रति बैरल हो गया यानि 26 फीसदी की कमी आई पर केंद्र सरकार ने पिछले तीन दिन में ही तीन रुपये से ज्यादा की वृद्धि कर दी है। प्रदर्शन का संचालन संगीता आरबी ने किया।